जोधपुर, 20 नवम्बर (Udaipur Kiran) । जोधपुर डिस्कॉम के एक ठेकाकर्मी की करंट से मौत के मामले में परिजनों और समाज के लोगों ने आज एमडी ऑफिस का घेराव कर धरना दिया। उनकी मृतक की आश्रित पत्नी को सरकारी नौकरी व आर्थिक मुआवजा देने और घटना में दोषी अधिकारियों को निलंबित करने की मांग है।
दरअसल सालावास बिजलीघर में मंगलवार दोपहर लिफ्टर का कार्य करने वाले ठेकाकर्मी जोलियाली निवासी सुभाष विश्नोई की करंट से मौत हो गई थी। ट्रांसफार्मर को करंट से जांचा जा रहा था, तब उसका हाथ उससे टच हो गया। इससे करंट लगने पर आनन-फानन में कर्मचारी उसे निजी अस्पताल लाए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में शव पोस्टमार्टम के लिए एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी में भेजा।
सूचना मिलने पर मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने के लिए समाज के प्रतिनिधि और रिश्तेदार आए, जिनसे देर रात तक वार्ता चली। बुधवार सुबह परिजन और समाज के लोग न्यू पावर हाउस स्थित एमडी ऑफिस पहुंचे और वहां धरना देकर बैठ गए। उन्होंने मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने सहित घटन के दोषी अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की।
धरने पर जिला परिषद के उप जिला प्रमुख विक्रम बिश्नोई, अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया, जोलियाली सरपंच प्रतिनिधि पांचाराम विश्नोई, शैतान राम, पूसाराम बेनीवाल, श्रवण बेनीवाल, रामप्रताप फौजी, बंशीलाल, किशनाराम विश्नोई, सुनील और अशोक और समाज के अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे। इस संबंध में विवेक विहार थाने में मृतक के पिता की रिपोर्ट पर मामला भी दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
परिवार का था एकमात्र सहारा
बता दे कि मृतक सुभाष भंवरिया कंस्ट्रक्शन के लिए लिफ्टर के रूप में क्रेन या अन्य उपकरण से ट्रांसफार्मर को हटाने-उठाने का काम करता था। जब एलटी लाइन से ट्रांसफार्मर में करंट छोडक़र रीडिंग लेने का कार्य हो रहा था, तभी अचानक सुभाष का हाथ 11 केवी के खूंटे को छू गया और वह अचेत हो गया। बाद में उसकी मृत्यु हो गई। सुभाष की दो बेटियां हैं। साथ ही वृद्ध माता-पिता और बड़े भाई के परिवार की जिम्मेदारी भी सुभाष पर थी। बड़े भाई की कोविड 19 में मृत्यु हो गई थी।
(Udaipur Kiran) / सतीश