अजमेर, 20 नवंबर (Udaipur Kiran) । पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने होटल खादिम का नाम बदलने, अजमेर की पेयजल और सड़कों की समस्याओं और हालिया उपचुनावों सहित महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा चुनावों पर भाजपा सरकार और भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए।
राठौड़ ने भाजपा की ओर से होटल खादिम का नाम बदलने पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने बरसों पुरानी होटल खादिम का नाम बदलकर होटल अजयमेरु कर दिया है, जबकि इसे बदलने से पहले सरकार को अजमेर वासियों की भावना को समझना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अजमेर गंगा-जमुनी तहजीब का शहर है। यहां सभी धर्मों के लोग सौहार्दपूर्ण तरीके से रहते हैं। अगर भाजपा सरकार विकास की बात करती है, तो होटल खादिम का नाम बदलने के बजाय नई होटल अजयमेरु बना सकती थी। उन्होंने बताया कि जब वे आरटीडीसी अध्यक्ष थे, तब सरकार ने करोड़ों रुपये की योजना से होटलों का जीर्णोद्धार किया और अजमेर और पुष्कर स्थित होटलों को पर्यटकों की पहली पसंद बना दिया। इसके अलावा सरकार ने कर्मचारियों को ओपीएस (ओल्ड पेंशन स्कीम) का लाभ भी दिया।
राठौड़ ने भाजपा की कार्यशैली पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को नाम बदलने और पुरानी योजनाओं का श्रेय लेने से बेहतर विकास कार्यों की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता कांग्रेस सरकार के कार्यों को अपने नाम कर झूठी वाहवाही लूट रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने देश की संपत्तियों को बेचने की भाजपा की नीति को भी गलत बताया।
राठौड़ ने राजस्थान के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को अधिकांश सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं किया, और अब लोग कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के चुनाव प्रभारी थे, जहां कांग्रेस प्रत्याशी भारी मतों से जीत रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन की जीत का विश्वास जताते हुए कहा कि इन राज्यों में गठबंधन की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि जनता भाजपा की नीतियों से तंग आ चुकी है, और अब राहुल गांधी को भविष्य के प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
अजमेर की पेयजल समस्या और सड़कों की स्थिति पर राठौड़ ने कहा कि अजमेर में डबल इंजन सरकार के बावजूद, शहरवासी पानी के लिए तरस रहे हैं। बीसलपुर बांध से पानी उपलब्ध होने के बावजूद, 48-72 घंटे में एक बार पानी दिया जा रहा है, जबकि 24 घंटे पानी की आपूर्ति होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि शहर की सड़कों का हाल भी खराब है, और गड्ढों की भरमार है, लेकिन भाजपा के नेताओं को इन समस्याओं से कोई फर्क नहीं पड़ता। राठौड़ ने यह भी कहा कि भाजपा के पूर्व मेयर और विधायक भी इन मुद्दों पर अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में डाल चुके हैं। राजस्थान में डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है और जनता इस सरकार से परेशान है।
(Udaipur Kiran) / संतोष