जालौन, 20 नवंबर (Udaipur Kiran) । उरई शहर के बजरिया निवासी शोएब सिद्धीकी की 25 वर्षीय पत्नी अजरा को गर्भवती हालत में बीते दो माह पहले प्रसव पीड़ा होने पर पीएल कमला मेमोरियल हास्पिटल में भर्ती किया गया था। प्रसूता के पति का आरोप था कि हास्पिटल में उसकी पत्नी की गलत सर्जरी होने से बच्चेदानी खराब हो गई। जिसे झांसी में निकलवाना पड़ा। इस मामले को लेकर पीड़ित ने जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा से शिकायत की थी।
शिकायत की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई। जिसमे मामला सही मिलने पर 10 दिन पहले सीएमओ ने हास्पिटल की स्वास्थ्य सेवाओं पर रोक लगा दी थी। तभी से जिला प्रशासन ने हास्पिटल को सील करने का मन बना लिया था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कछुआ चाल के कारण आगे की इस कार्रवाई पर विराम लगता दिखाई पड़ रहा था। लेकिन बुधवार को सुबह 11 बजे के करीब नायब तहसीलदार हरदीप और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अरविंद भूषण अपनी टीम के साथ जब पीएल कमला मेमोरियल हास्पिटल पहुंच गए। कारवाई होने की खबर मिलते ही शातिर संचालक हास्पिटल में ताला लगाकर रफूचक्कर हो गया था। अधिकारियों ने कई बार संचालक से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास किया। लेकिन संचालक की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर बाजार से चाबी वाले को बुलाकर पहले हास्पिटल में लगे ताले को खुलवाया गया। उसके बाद अन्दर का निरीक्षण किया गया। मजिस्ट्रेट ने हास्पिटल के सभी वार्ड देखे। उसके बाद नया ताला लगाकर हास्पिटल को सील करने की कार्रवाई की गई।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा