वाराणसी, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । सदानीरा (गंगा) को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने फिर पहल की है। मंत्रालय ने वर्ष 2021 मे शुरू प्रोजेक्ट डॉल्फिन को गति देने के लिए डाल्फिन मित्र नियुक्त करने का निर्णय लिया है। प्रोजेक्ट में वाराणसी व गाजीपुर में 06-06 डॉल्फिन मित्र चिन्हित किए जायेंगे। चिन्हित डॉल्फिन मित्रों को निर्धारित मानदेय का भुगतान किया जायेगा।
इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी 26 नवम्बर तक अपना आवेदन प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में जमा कर सकते हैं। प्रोजेक्ट डॉल्फिन भारत में गंगा व उसकी सहायक नदियों मे डॉल्फिन के संरक्षण के लिए बनी खास योजना है। गौरतलब हो कि अन्तर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने गंगा डॉल्फिन को विलुप्तप्राय प्रजाति घोषित किया है। डॉल्फिन के संरक्षण के लिए इसे संरक्षित जलीय जीव घोषित किया गया है। प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय के अनुसार विभाग ने प्रदेश में डॉल्फिन के संरक्षण के लिए डॉल्फिन मित्र कार्यक्रम की घोषणा की है। इस कार्यक्रम में नाविक, मछुआरे एवं विद्यार्थी समय-समय पर नदी में मौजूद रहते हैं। तथा डॉल्फिनों के प्रवास स्थानों पर नजर रखते हैं। क्योंकि शीतकाल मे बड़ी संख्या में नदी में मछली पकड़ने की घटनाएँ होने की संम्भावना रहती है। डॉल्फिन संरक्षण के उद्देश्य से जनपदों में गंगा नदी के निकटवर्ती ग्रामों में निवासित व्यक्तियों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों को इसमें कार्य करने के लिए अवसर प्रदान करने में प्राथमिकता दी जायेगी। डॉल्फिन मित्र परियोजना के क्रियान्वयन के पश्चात शिक्षार्थी, शोधार्थी एवं अवैतनिक व्यक्ति इस परियोजना से जुड़कर लाभान्वित हो सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी