कठुआ 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । केवीआईसी, एमएसएमई जम्मू के राज्य कार्यालय ने कठुआ के ग्राम फ्लोट में हनी मिशन के तहत मधुमक्खी पालन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण समुदायों को मधुमक्खी पालन और संबंधित उद्योगों के लाभों और आर्थिक संभावनाओं के बारे में शिक्षित करना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में सदस्य केवीआईसी (उत्तरी क्षेत्र), एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार नागेंद्र रघुवंशी ने किया। उन्होंने ग्रामीण कारीगरों को सशक्त बनाने, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और गांवों में स्थायी आजीविका पैदा करके शहरी क्षेत्रों में प्रवासन को हतोत्साहित करने में हनी मिशन जैसी पहल के महत्व पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में नागेंद्र रघुवंशी ने बताया कि केवीआईसी वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करके ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि कैसे केवीआईसी ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यम स्थापित करने के लिए 35 प्रतिशत सब्सिडी के साथ मार्जिन मनी के बिना एक लाख से 50 लाख तक का ऋण प्रदान करने वाली योजनाओं के माध्यम से उद्यमशीलता की सुविधा प्रदान करता है। उन्होंने ग्रामीण उत्पादों के विपणन में केवीआईसी के प्रयासों को भी रेखांकित किया, जिससे कारीगरों को बड़े बाजार आधारों से जोड़ा जा सके। मुख्य अतिथि ने महिलाओं से खाद्य प्रसंस्करण, होजरी, खादी उत्पादन और पापड़ बनाने आदि जैसी गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने में उनकी भूमिका पर जोर देते हुए एमएसएमई योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।
वहीं पूर्व-सरपंच फ्लोट और ईंट भट्ठा एसोसिएशन के अध्यक्ष ने भी इस कार्यक्रम में बात की, और ग्रामीण आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए केवीआईसी की योजनाओं का उपयोग करने के महत्व पर जोर दिया। केवीआईबी कठुआ प्रभारी सुरेंद्र शर्मा ने प्रतिभागियों को केवीआईबी और उद्योग विभाग की पीएमईजीपी योजनाओं के तहत लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने आय-सृजन इकाइयां स्थापित करने के लिए सब्सिडी वाले ऋण तक पहुंचने की प्रक्रियाओं को समझाया और उपस्थित लोगों से इन सरकारी पहलों से लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का आग्रह किया। बाद में सदस्य ने केवीआईसी राज्य कार्यालय की टीम के साथ शंकर ग्रामीण महिला विकास सोसायटी का दौरा किया और इसके सदस्यों के साथ बातचीत की।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया