-वर्क फ्रॉम होम, स्कूलों को बंद करके अपनी खाल बचाती है सरकार
-पर्यावरण में सुधार के स्थायी समाधान खोजने के लिए काम नहीं करती सरकार
गुरुग्राम, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने में सरकार हमेशा ही विफल रही है। पर्यावरण की स्थिति पर जनता को नियमों में बांधना इसका समाधान नहीं है। इसके स्थायी समाधान खोजने होंगे। वर्क फ्रॉम होम और स्कूलों को बंद करके सरकार सिर्फ अपनी खाल बचा रही है। यह कहना है अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला का।
प्रदेश में बिगड़ी पर्यावरण की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए अशोक बुवानीवाला ने कहा कि हर साल खराब होता पर्यावरण सरकार ही विफलता है। सरकार पूरे साल इस पर काम नहीं करती। कभी पराली तो कभी वाहनों को जिम्मेदार ठहराकर किसानों, आम जनता को पर्यावरण प्रदूषण का कारण बता दिया जाता है। सरकार ने पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए जो उपाय किए हैं वह गैर जरूरी और सही नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि हर साल इन दिनों में यह समस्या सामने आ रही है। सरकार को चाहिए कि वह इस समस्या के मूल कारणों में जाकर उसका वैज्ञानिक और व्यवहारिक समाधान तलाशना चाहिए। सरकार के पास बड़े विभागों में बैठे एक्सपर्ट को इसके समाधान में लगाया जाना चाहिए।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि सरकार ने पांचवीं तक के स्कूल बंद करने का फैसला किया है। कुछ जगहों पर वरिष्ठ माध्यमिक कक्षा तक के स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली में सभी स्कूल बंद करने का ऐलान किया गया है। ग्रेप 4 के नियमों के कारण निर्माण कार्य बंद हो गए हैं। इससे प्रदेश में 5 लाख लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है। प्रदेश में 5 लाख मजदूर हाथ पर हाथ धरकर बैठने पर मजबूर हो गया है। ऐसे में उसके सामने रोजी-रोटी का संकट भी पैदा हो गया है।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि पराली को जलाने से रोकने की दिशा में आगे बढऩा चाहिए। आज से 10 साल पहले भी पराली जलती थी, लेकिन तब पर्यावरण पर इतना असर नहीं होता था। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की असली वजह इस समय का मौसम भी है और ऐसे में सरकार को ठोस कदम उठाते हुए निजी वाहन जो पेट्रोल और डीजल से चलते हैं उनको रोकने की दिशा में कदम उठाना चाहिए और सार्वजनिक वाहनों पर जोर देना चाहिए।
(Udaipur Kiran) हरियाणा