-संसद भारतीय लोकतंत्र की आत्माः साकेत कुमार
नारनाैल, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय हकेवि महेंद्रगढ़ में मंगलवार को पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च नई दिल्ली के सहयोग से संसदीय रिपोर्टिंग पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में संसद की कार्यप्रणाली, उसके महत्व और पत्रकारिता के क्षेत्र में इसकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने कार्यशाला के आयोजन के लिए विभाग को बधाई दी।
पीआरएस लेजिस्लेटिव के डिप्टी हेड रिसर्च साकेत कुमार ने विद्यार्थियों से कहा कि देश की संसदीय परंपरा की पारदर्शिता एवं लोकतंत्र की मजबूती के लिए यह जरूरी है कि देश का प्रत्येक व्यक्ति संसद मंर होने वाली गतिविधि के बारे में जागरूक बने। उन्होंने कहा कि संसद भारतीय लोकतंत्र की आत्मा है और संसद में होने वाला हर विचार व फैसला देश की जनता को प्रभावित करता है। जब मीडिया तटस्थता के साथ संसद में जनहित में होने वाले कार्य की रिपोर्टिंग करता है तो इससे भारतीय लोकतंत्र को और अधिक मजबूती मिलती है। उन्होंने बताया कि संसद के माध्यम से कानून, अध्यादेश, सुझाव और अन्य नीतिगत बदलाव आते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों का दायित्व है कि वे इन मुद्दों को सरल भाषा में आम जनता तक पहुंचाए।
साकेत कुमार ने लोकसभा के एक दिन के कामकाज के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि शून्य काल, प्रश्नकाल, विधायी कामकाज और निजी सदस्य के काम संसद की कार्यवाही के अहम हिस्से हैं। उन्होंने बताया कि पत्रकारों को विधेयक पारित होने की प्रक्रिया को समझना चाहिए। एक पत्रकार के लिए यह समझना आवश्यक है कि संसद में बिल कैसे पेश किए जाते हैं, उन पर चर्चा कैसे होती है और वे कैसे पारित किए जाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को संसद से जुड़ी खबरें लिखने के तरीके, तथ्यों की जांच और मुद्दों को सरल भाषा में प्रस्तुत करने की कला पर जोर दिया। इस मौके पर डॉ अशोक कुमार, डॉ आलेख, डॉ नीरज करण सिंह, डॉ भारती बत्रा सहित विद्यार्थी एवं शोधार्थी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला