नई दिल्ली, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारत की साइबर सुरक्षा क्षमता को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल, “भारत राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा अभ्यास (भारत एनसीएक्स 2024)” का एक उच्च-स्तरीय समारोह में आज उद्घाटन किया गया । इसे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) द्वारा राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम 18 नवंबर से 29 नवंबर तक चलेगा, जिसका समापन साइबर सुरक्षा में हासिल अऩुभव को समग्र बनाने और सर्वोत्तम विधियों को आत्मसात करने के लिए एक व्यापक चर्चा के साथ होगा। 12 दिवसीय यह अभ्यास भारत के साइबर सुरक्षा पेशेवरों और दिग्गजों को उन्नत साइबर सुरक्षा, घटनाओं की प्रतिक्रिया संबंधी क्षमताओं और रणनीतिक निर्णय लेने के साथ उभरते खतरों से निपटने के लिए तैयार करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक, लेफ्टिनेंट जनरल एमयू नायर, पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम (सेवानिवृत्त) ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, भारत एनसीएक्स 2024 हमारे देश के साइबर रक्षकों और दिग्गजों को इस क्षेत्र से जुड़े जटिल खतरों को कम करने के कौशल से दक्ष करता है। यह पहल तकनीकी अभ्यास से लेकर रणनीतिक निर्णय लेने तक सभी स्तरों पर संकटों का प्रबंधन करने के लिए हमारी तैयारी सुनिश्चित करती है।
आरआरयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) बिमल एन. पटेल ने अपने मुख्य भाषण में साइबर सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के एकीकरण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, यह अभ्यास न केवल तकनीकी कौशल को मजबूत करता है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर साइबर संकटों से निपटने के लिए शीर्ष नेतृत्व को तैयार भी करता है।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा