जयपुर, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुरलीपुरा थाना पुलिस ने हत्या की कोशिश के मामले में फरार एस्कॉर्ट गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। फरार दोनों बदमाशों ने पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला कर कार चढ़ाने का प्रयास किया था। पिछले डेढ़ महीने से फरार दोनों बदमाश जयपुर शहर के पॉश इलाके में गेस्ट हाउस लेकर फरारी काट रहे थे। पुलिस पूर्व में एस्कॉर्ट गैंग की सात युवतियों सहित दस लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। एस्कॉर्ट गैंग के फरार बदमाश दीपक मीणा (22) पुत्र रामस्वरूप मीणा निवासी मौजमाबाद दूदू और कैलाश चन्द डूडी (27) पुत्र हीरालाल डूडी निवासी दांतारामगढ़ सीकर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि मुरलीपुरा थाना इलाके में आरोपित 27 सितम्बर की सुबह तीन युवतियों को लेकर मुरलीपुरा इलाके में गए थे। इस दौरान आरोपियों ने एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर दस हजार रुपए पहले देने की मांग की। रुपए नहीं देने पर एस्कॉर्ट गैंग के बदमाशों ने डंडे से एक युवक पर हमला कर दिया था। फिर फरार हो गए। गंभीर हालत में घायल युवक को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। साथ ही पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस टीम ने कार्रवाई की। छापेमारी का पता चलने पर दोनों बदमाश फरार हो गए थे। पुलिस से बचने के लिए दोनों बदमाश उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में छिपते हुए घूमते रहे। कुछ समय बाद जयपुर के पॉश इलाके में गेस्ट हाउस लेकर फरारी काटने लगे। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर दोनों फरार बदमाश दीपक मीणा और कैलाश चन्द डूडी को गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि मुरलीपुरा थाना इलाके में 27 सितंबर को सुबहएस्कॉर्ट सर्विस बुकिंग के नाम पर कार में आए लड़कों और लड़कियों ने रुपए लेकर दो लड़कों से मारपीट की थी। मुरलीपुरा पुलिस ने हालत गंभीर होने पर एक युवक को प्राइवेट हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती करवाया था।बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस टीम को लगाया गया। 28 सितंबर को 200 फीट बाइपास अजमेर रोड पर कुछ जगहों की तलाशी ली गई। पता चला कि कमलेश शर्मा निवासी कमला नेहरू नगर भांकरोटा और दीपक मीणा नाम के व्यक्ति अन्य राज्यों से लड़कियों को एस्कॉर्ट सर्विस बुकिंग कराने के काम के लिए लेकर आते हैं। एस्कॉर्ट सर्विस के साथ लोगों को लूटते भी है। इस पर बोगस ग्राहक बनाकर दो पुलिसकर्मियों को भेजा गया था। मोबाइल नंबर पर सम्पर्क करने पर फोटो भेजी गई थी। बोगस ग्राहक बने पुलिसकर्मियों से डील तय होने पर आरोपी गांधीपथ स्थित एक होटल से लड़कियों को स्विफ्ट कार में लेकर आए थे। बातचीत के दौरान बदमाश बोगस ग्राहक बने पुलिसकर्मियों से रुपए छीनकर भाग गए थे। पुलिस टीम के पीछा करने पर बदमाशों ने जानलेवा हमले का प्रयास किया था। आरोपी बदमाश ने पुलिस की प्राइवेट नंबर कार पर अपनी स्विफ्ट कार चढ़ाने की कोशिश की थी। पुलिस की ओर से हवाई फायर किया गया। इसके बाद बदमाश फरार हो गए थे। 200 फीट बाईपास पर बदमाशों की स्विफ्ट कार मिली। इसके बाद करणी विहार पुलिस ने होटल उमराव हवेली पर दबिश दी थी। होटल के मैनेजर विवेक धाबाई और रिसेप्शनिस्ट सोनू कुमार बैरवा से पूछताछ की थी। पूछताछ में सामने आया कि गैंग का सरगना कमलेश शर्मा और दीपक मीणा एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर बुकिंग लेते हैं। बाहर से लाई लड़कियों को कैलाश चंद, प्रधान गुर्जर और मुकेश चौधरी ड्राइवर के रूप में बाहर लेकर जाते थे। होटल में सर्च करने पर अलग-अलग कमरों में मिली सातों लड़कियों और उनके साथियों को पकड़ा था। इनके साथ ही पुलिस टीम होटल मैनेजर और रिसेप्शनिस्ट को भी पकड़ थाने लेकर आई थी। मामले में पुलिस ने 7 युवतियों के साथ सोरीफुल (22) निवासी मोरीगांव असम, सोनू कुमार बैरवा (25) निवासी राजगढ़ अलवर और विवेक धाबाई (38) निवासी मंडावा झुंझुनूं को गिरफ्तार किया था।
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(Udaipur Kiran)