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कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर का विवादित बयान- जरबे मेलकर (जूते मारकर) काम कराऊंगा

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर का विवादित बयान- जरबे मेलकर (जूते मारकर) काम कराऊंगा 1

भीलवाड़ा, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक धीरज गुर्जर एक बार फिर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में हैं। शनिवार देर रात शाहपुरा जिले के कोठाज गांव में आयोजित भजन संध्या कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को इशारों में धमकी दी। इसका विडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो कोठाज में हुए समारोह का है।

इस विडियो में गुर्जर ने अपने संबोधन में कहा, अगर कोई आपकी बात प्रेम से नहीं मानता, तो जरबे मेलने (जूते मारकर) के लिए आपका बेटा धीरज तैयार है। उनके इस बयान के दौरान पंडाल में मौजूद जनता ने तालियों के साथ इसका समर्थन किया।

गुर्जर ने भजन संध्या के दौरान कोठाज और कोटड़ी गांव के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, यह जवानी भी आपके नाम है और बुढ़ापा भी। जब तक धीरज गुर्जर जिंदा है, तब तक आपकी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। अपने चेहरे पर कमजोरी मत लाओ। आपकी सेवा और सुरक्षा के लिए धीरज गुर्जर आपके साथ खड़ा है।

कार्यक्रम में गुर्जर ने भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल को निशाना बनाते हुए कहा कि जनता को राहत देने में यह सरकार पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने शिक्षा, रोजगार, और विकास के मुद्दों पर सरकार की आलोचना की और दावा किया कि कांग्रेस ही जनता की असली हितैषी है।

गुर्जर के बयानों पर जहां एक ओर पंडाल में मौजूद लोग ताली बजाकर उनका समर्थन करते दिखे, वहीं उनके इस आक्रामक और विवादित अंदाज ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उनके विरोधियों ने इसे गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है।

विधानसभा 2023 का चुनाव हारने के बाद भी धीरज गुर्जर अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं और लगातार जनता से जुड़े मुद्दों पर आक्रामक रुख अपनाते हैं। हालांकि, उनके बयान अक्सर विवाद का कारण बनते हैं।

क्षेत्र के भाजपा नेताओं ने गुर्जर के इस बयान को अराजकता भड़काने वाला और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया है। उन्होंने कांग्रेस से इस पर स्पष्टीकरण की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि धीरज गुर्जर का यह बयान एक बार फिर उनके आक्रामक राजनीतिक शैली को उजागर करता है। जहां यह उनकी लोकप्रियता का प्रतीक है, वहीं उनके बयानों ने उनकी आलोचना भी बढ़ा दी है। आने वाले दिनों में उनके इस बयान का राजनीतिक असर देखने को मिल सकता है।

पूर्व में भी दे चुके हैं विवादित बयान—-यह पहला मौका नहीं है जब धीरज गुर्जर ने इस तरह का बयान दिया हो। करीब दो महीने पहले भी उन्होंने भीलवाड़ा व शाहपुरा जिले की पुलिस को टारगेट करते हुए कहा था, अगर पुलिस में दम है तो गुर्जर लिखी गाड़ी पकड़कर थाने में डालकर दिखाए। अगर ऐसा हुआ तो मेरा जूता बात करेगा। गुर्जर का यह बयान वाहनों की नंबर प्लेट पर गुर्जर लिखे होने के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई के विरोध में आया था। उन्होंने थानेदारों को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर किसी कार्यकर्ता की मोटरसाइकिल को हाथ लगाया, तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

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(Udaipur Kiran) / मूलचंद

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