भीलवाड़ा, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । शाहपुरा जिले के कस्बा जहाजपुर मे 14 सितंबर को बेवाण पर हुई पथराव की घटना के बाद साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए थाना जहाजपुर टीम ने साम्प्रदायिकता भडकाने के मामले में अब तक की अवधि में कुल 22 मुल्जिम गिरफ्तार किए हैं। वहीं 146 व्यक्तियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई।
पुलिस ने कहा है कि थाने में दर्ज मामलों में अनुसंधान करते हुए कार्रवाई जारी है। पुलिस ने यह बयान संघर्ष समिति के इस आरोप कि पुलिस ने दो माह में कुछ नहीं किया है। उनकी ओर से 14 सूत्री मांगों के संबंध में बार बार मांग के बाद सिवाय आश्वासन देने के कुछ नहीं किया गया है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जहाजपुर में आज ही कार्यभार संभालने वाले थानाधिकारी सीआई मनीष देव ने आज बयान जारी कर बताया कि 14 सितंबर को हिन्दू समुदाय द्वारा जलझूलनी एकादशी के पर्व पर किला जहाजपुर स्थित पीताम्बर श्याम जी के बेवाण को किला जहाजपुर से लेकर नीचे आ रहे थे। बेवाण जामा मस्जिद के पास से गुजर रहा था कि मुस्लिम समाज के व्यक्तियों द्वारा बेवाण के जुलुस में शामिल व्यक्तियों के साथ उलझकर साम्प्रदायिक माहौल खराब करने लगे। इसी दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा जामा मस्जिद के उपर से तथा नीचे से बेवाण यात्रा में शामिल लोगों पर पत्थर फेंके। जिस कारण कई लोगो के चोटे आई। पथराव के घटना के बाद हिन्दू समुदाय के लोग बेवाण को लेकर जामा मस्जिद के पास ही धरने पर बैठ गए। घटना के सम्बन्ध में हिन्दू समुदाय की तरफ से जितेन्द्र पुत्र चन्द्रा खटीक द्वारा दी गई। रिपोर्ट पर प्रकरण सख्या 333/2024 में एससी/एसटी एक्ट में दर्ज किया। पथराव से 3 पुलिस कर्मियो के भी चोटे आई जिसके सम्बन्ध में पुलिस द्वारा प्रकरण सख्या 334/2024 मे दर्ज किया जाकर अनुसंधान वृताधिकारी वृत जहाजपुर द्वारा किया जा रहा है।
थानाधिकारी सीआई मनीष देव ने बताया कि 14 सितंबर को बेवाण पर किए पथराव की घटना की प्रतिक्रिया स्वरूप कुछ लोगों द्वारा शाहपुरा बाईपास पर लगाई गई अस्थाई केबिनो मे तोडफोड व आगजनी कर नागदी पुलिया के पास स्थित दरगाह को तोडने का प्रयास किया। मुस्लिम समाज के लोगों के साथ मे गाली गलोच व पत्थर फेंककर मस्जिद में तोडफोड करने के सम्बन्ध में पेश रिपोर्ट पर प्रकरण सख्या क्रमश (1) 335/2024 मे दर्ज किया गया है। 14 सितंबर को पुलिस द्वारा मौके की स्थिति को नियंत्रण करने के लिए दोनो पक्षो से कुल 50 व्यक्तियो को निरोधात्मक कार्यवाही धारा 126-170 मे गिरफ्तार किया जाकर पांबद करवाया गया। घटना के बाद कस्बा जहाजपुर मे साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के अब तक दोनो पक्षो के चिन्हित किए गए कुल 96 व्यक्तियो के खिलाफ धारा 127-135 बीएनएसएस के तहत निरोधात्मक कार्यवाही की गई है। दौराने अनुसंधान पथराव करने के घटना के सम्बन्ध मे दर्ज प्रकरण सख्या 333/2024 एससी/एसटी एक्ट में कुल 22 व्यक्तियो को गिरफतार कर जहाजपुर के न्यायालय मे पेश किया गया है।
थानाधिकारी सीआई मनीष देव के अनुसार इस घटना के सम्बन्ध मे स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा चुकी है। जिसमें कस्बा जहाजपुर शाहपुरा बाईपास एनएच 148 डी पर अवैध कैबिन लगाकर किए गए अतिक्रमण को को नगरपालिका जहाजपुर द्वारा हटा दिया गया है। नगर मे धार्मिक स्थलो के आस-पास स्थित मांस की दुकानो को नगरपालिका जहाजपुर द्वारा हटा दिया गया है। नगर मे धार्मिक स्थल पर लगे लाउड स्पीकरो द्वारा ध्वनि प्रदूषण करने के सम्बन्ध मे पर्यावरण ध्वनि प्रदूषण विभाग द्वारा ध्वनि का माप करवाया जा कर कार्रवाई की जा रही है। नगर में बारह देवरा की साईड क्रेसर के पास स्थित मजार का नाप भू- प्रबन्ध विभाग भीलवाडा द्वारा दिनांक 14 नवंबर को कर लिया गया है जिसकी अन्तिम रिपोर्ट भू-प्रबन्ध विभाग भीलवाडा से प्राप्त होने के पश्चात अग्रिम कार्रवाई की जावेगी।
थानाधिकारी सीआई मनीष देव के अनुसार 14 सितंबर को बेवाण पर हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद मे कस्बा जहाजपुर के सकल हिन्दू समाज द्वारा अपनी 14 सूत्रीय मांगो को मनवाने के लिए 1 अक्टूबर को महावडाव किया गया। जिसमे प्रशासन द्वारा मांगो पर उचित आश्वासन देने के बाद महापडाव को समाप्त किया गया। तत्पश्चात 14 नवंबर को श्री पिताम्बर राय संघर्ष समिति के द्वारा अपनी 14 सूत्रीय मांगो को मनवाने के लिए श्री कल्याण जी के मन्दिर के बाहर घरना प्रदर्शन व कस्बा जहाजपुर मे विरोध मार्च निकाला गया तथा कस्बा जहाजपुर का सम्पूर्ण बाजार आवश्यक सेवाओ को छोडकर बन्द रहा। वर्तमान मे धरना अनिश्चितकालीन जारी है। 15 नवंबर को भी कस्बा जहाजपुर का बाजार बन्द रहा तथा कस्बा जहाजपुर मे विरोध मार्च निकाला गया। 16 नवंबर को कस्बा जहाजपुर में महिलाओ व पुरूषों द्वारा कस्बा जहाजपुर मे विरोध मार्च निकाला गया जिसमे लगभग 300-350 व्यक्ति सम्मिलित हुए। मौके पर व कस्बा जहाजपुर में पुलिस जाप्ता तैनात होकर निगरानी जारी है।
—————
(Udaipur Kiran) / मूलचंद