कानपुर,16 नवम्बर (Udaipur Kiran) । योगी सरकार ने मत्स्य पालन से जुड़ी महिलाओं को मजबूत करने के लिए ऐयरेशन सिस्टम योजना शुरू की है। जनपद में शुरू की गई एयरेशन सिस्टम स्थापित करने के लिए चार महिलाओं का आवेदन स्वीकृत हुआ है। जबकि इस योजना में आवेदन करने वाली दो महिलाओं का आवेदन निरस्त हो गया। यह जानकारी शनिवार को कानपुर नगर मत्स्य विकास अधिकारी एवं प्रभारी उप निदेशक निखिल त्रिपाठी ने दी।
उन्होंने बताया कि उप्र सरकार सामान्य एवं अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला मत्स्य कारोबारियों को मजबूत करने के लिए 50 प्रतिशत अनुदान के साथ एयरेशन सिस्टम की स्थापना के नाम से नई योजना शुरू की है। हालांकि इस योजना के तहत अनुसूचित जाति की महिलाओं को 60 प्रतिशत का अनुदान देगी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के तालाबों में सघन मत्स्य पालन करते हुए अधिकाधिक मत्स्य उत्पादन प्राप्त करते हुये जल गुणवत्ता, रोग और रोगजनकों, जलीय वनस्पतियों तालाब में घुलित ऑक्सीजन के स्तर प्रबंधन करने, जल कृषि में सभी एरोबिक जलीय जीवों को जीवित रहने एवं विकास के लिये निर्धारित मानक के अनुसार घुलित ऑक्सीजन का स्तर तालाब में बनाये रखने की आवश्यकता के दृष्टिगत इस नवीन योजना को संचालित किये जाने का निर्णय लिया गया है।
लाभ पाने की पात्रता एवं शर्तें
उन्होंने पात्रता की शर्तो के बारे में बताया कि शासनादेश के अनुसार एक नवीन योजना सघन मत्स्य पालन हेतु एयरेशन सिस्टम की स्थापना प्रारम्भ की गई है। योजना के अंतर्गत मत्स्य बीज हैचरी संचालित करने वाले हैचरी स्वामी, निजी क्षेत्र एवं पट्टे पर आवंटित तालाब की महिला मत्स्य पालक जिनके तालाब की पट्टा अवधि कम से कम 5 वर्ष अवशेष हो एवं विद्युत कनेक्शन एवं जनरेटर की उपलब्धता होगी वही पात्र होंगें। परियोजना के तहत 0.50 हेक्टेयर के तालाब में 02 हार्सपावर के एक काड पेडल व्हील एरियेटर एवं 1.00 हेक्टेयर या उससे बड़े तालाब के लिए अधिकतम दो एरियेटर पर महिला मत्स्य पालक जिनके तालाब की वर्तमान उत्पादकता कम से कम 4-5 टन प्रति हेक्टेयर की हो, जिसके उत्पादन में वृद्धि के लिए अनुदान दिया जायेगा। परियोजना पूर्णतः महिला मत्स्य पालकों के लिये संचालित की गयी है।
कानपुर में पहली बार 6 महिलाओं ने ऑनलाइन किया था आवेदन
निखिल त्रिपाठी ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए कानपुर नगर की 6 महिला मत्स्य कारोबारी महिलाओं ने आवेदन ऑनलाइन किया था। पात्रता एवं शर्ते की जांच एवं संचालित हैचरी से संबंधित दस्तावेजों की जांच के बाद इस वर्ष चार महिलाओं का आवेदन स्वीकृत हुआ है। जबकि दो महिलाओं का आवेदन निरस्त हो गया।
—————
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल