भोपाल, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारत में जिहादी तत्व हिंदू समाज, उनके उत्सवों और मंदिरों पर लगातार आक्रमण कर रहे हैं। अब तक सामने आए कई मामलों से सिद्ध होता है कि जिहादी आक्रांता हैं, पीड़ित नहीं। भारत की कथित सेक्युलर व मुसलमीन पार्टियां और नेता सत्ता मोह में इन जिहादियों को भड़का कर उनकी हिंसक प्रवृत्तियों को प्रोत्साहन दे रहे हैं और देश को गृह युद्ध की दिशा में ले जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं जबकि जिहादियों को संरक्षण नहीं सबक सिखाने की जरूरत है। उक्त बातें केंद्रीय महामंत्री विश्व हिंदू परिषद (विहिप) बजरंग लाल बागड़ा ने शुक्रवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा, हिन्दु-हिन्दु एक रहे, भेदभाव को नहि सहे, इसलिए विश्व हिंदू परिषद देशभर में समरसता जागरण यात्रा निकालेगी।
मध्य प्रदेश के मालवा प्रांत इंदौर में 26 नवम्बर से दो दिसम्बर, मध्यभारत प्रांत में व्यावरा राजगढ 15 से 22 नवम्बर और महाकौशल के रीवा में ये यात्राएं निकलेंगी। यात्राओं में पू. संत के साथ समाज के प्रमुख मुखीया, महानुभाव भी सहभागी होंगे। हर रोज पाँच-छह छोटे बड़े कार्यक्रम – स्वागत, नुक्कड सभायें तथा बड़ी सभा का आयोजन स्थान-स्थान पर किया जायेगा।
समरसता का संदेश देने वाली लाखों पत्रिका का वितरण यात्रायों में होगा – समरसता भोज सह भोज सेवावस्ती संपर्क, इत्यादि संपर्क, – इत्यादि कार्य भी यात्रायों के साथ होते रहेगें, यात्रायों में समाज कार्य करने वालो सामाजिक कार्यकर्ताओं का सन्मान भी होगा तथा एनेक स्थानों पर ग्राम सभा नुक्कड सभा से जनजागरण अस्पृश्यता मुक्त भारत निर्माण का संकल्प भी पू. संत आम हिन्दु समाज को करायेंगे – हिंदवा – सहोदरा सर्वे ने हिन्दु पतितो भवेत कोई हिन्दु पतित नहि है। हम – सब भाई भाई है। एक समान है। सभी भाई-भाई है कोई छोटा बड़ा नहीं हम सब समान-भारत माता की संताने है। जातिभेद छुआछूत हमारे धर्मो में नहि यह सामाजिक विकृति विदेशी विधर्मी आक्रमणो के बाद – बडी यात्रा में छूआछूत – जातिभेद निर्माण कीया गया ताकि हिन्दु समाज एक – संगठीत रहकर उनका मुकाबला न कर शके – यही निति वर्तमान में भी हमारे राजनैतिक दल कर रह है जातिगणना के नाम पर हिन्दु समाज – में विभाजन कर ने के षडयंत्र रचकर अपने स्वार्थ की पूर्ति कर रहे है।
केंद्रीय महामंत्री विश्व हिंदू परिषद (विहिप) बजरंग लाल बागड़ा ने बताया कि, इस्लामी जिहादियों द्वारा देश भर में घटाई गईं 300 से अधिक घटनाओं की सूची हमारे पास है, यह जनवरी 2023 से 2024 की छठ पूजा तक के आक्रमणों व अत्याचारों की है। इस अवधि में भी हुए अत्याचारों और आक्रमणों का भी यह केवल यह दशांश है। इन हमलों की बर्बरता व क्रूरता तो अमानवीय है ही, उनके प्रकार भी मानव कल्पना से परे हैं। आतंक जिहाद, लव जिहाद, लैंड जिहाद, जनसंख्या जिहाद से तो संपूर्ण विश्व त्रस्त है ही, अब थूक जिहाद, पेशाब जिहाद, ट्रेन जिहाद, अवयस्क जिहाद आदि से उनकी गैर मुसलमानों के प्रति नफरत सामने आ रही है। गैर मुसलमानों के प्रति उनकी नफरत कहां से आती है, आज संपूर्ण विश्व के चिंतक इसका जवाब खोज रहे हैं।
विहिप पूछती है कि आतंकवाद के इन सब प्रकारों को गैर इस्लामिक बताने वाले कितने मौलानाओं ने इन आतंकियों के खिलाफ फतवा जारी किया है? क्यों ना यह माना जाए कि कश्मीर नरसंहार से लेकर हमास, अफगानिस्तान, पाकिस्तान व बांग्लादेश में हो रही बर्बरता तक इन सब की मिलीभगत से हो रही है ? विहिप इन सब धमकी बाज मौलाना और मुसलमान नेताओं के भड़काऊ बयानों का अध्ययन कर रही है। इन सब पर कानूनी कार्रवाई की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।
विहिप के केंद्रीय पदाधिकारी का कहना था कि अब हमलों व अन्य अत्याचारों की भी अति हो गई है। सेकुलर बिरादरी सहित इन सब नेताओं को समझना चाहिए कि जिहाद का रास्ता बर्बादी का रास्ता है। यह देश के हित में तो है ही नहीं, इन सबके हित में भी नहीं है। संगठित और सामर्थ्यशाली हिंदू समाज इन राष्ट्र विरोधी और हिंदू विरोधी षडयंत्रों को रोकने में सक्षम है। इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद की मांग है कि हिंदू मंदिरों में हिंदू धर्म की आस्था की रक्षा के लिए सभी हिंदू मंदिरों को सरकारी अधिग्रहण से मुक्त कर हिंदू समाज को सौंपा जाए ।
वहीं उन्होंने ये जानकारी भी दी कि हिन्दु समाज में सामाजिक छुआछूत दूर कर समरस-समाज दोष मुक्त समाज निर्माण कार्य भी गत 60 वर्षों से विश्व हिन्दु परिषद कर रही है। वर्तमान दिनांक 29,30 अक्टुबर-2024 वि.हि.प. की अ.भा. प्रबंध समिति की बैठक दिल्ली में संप्पन हुई थी। जिस में सामाजिक समरसता निर्माण हेतु देश भर के सभी प्रान्तो के एक विभाग केन्द्र पर सात दिवसीय समरसता यात्राओं से विश्व हिन्दु परिषद के द्वारा 30 राज्यों में आयोजन करने का निर्णय लिया गया था, जिसके तारतम्य में विहिप का ये जागरण शुरू हो रहा है। पत्रकार वार्ता में मध्य भारत प्रांत के प्रांत मंत्री राजेश जैन भी उपस्थित रहे ।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. मयंक चतुर्वेदी