कठुआ 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहिब सावन चक्क स्थित गरुद्वारा में गुरू नानक देव जी का 555वां प्रकाशोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में संगत ने गुरूद्वारा में माथा टेका। सैकड़ों की संख्या में संगत ने भाग लेते हुए भजन कीर्तन के माध्यम से गुरु की महिमा का गुणगान किया। इस मौके पर वड़ी सख्ंया में संगत गुरूद्वरे में पहुंची और रागी जत्थों द्वारा गुरूवानी का पाठ कर संगत को निहाल किया गया और गुरू नानक देव जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरू नानक देव जी सिखें के प्रथम गुरू हैं और उनके विशेष दस सिद्वांत हैं। ईश्वर एक है, सदैव एक ही इश्वर की उपासना करो, सर्वशक्तिमान ईश्वर की भक्ति करने वाले को किसी का भय नहीं रहता, सभी स्त्री और पुरूष बराबर हैं, ईमानदारी से मेहनत करके उदरपूर्ति करना चाहिए, बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और किसी को न सताएं, सदा प्रसन्न रहना चाहिए, भोजन शरीर को जिंदा रखने के लिए जरूरी है पर लोभ-लालच व संग्रहवृति बुरी है, मेहनत और ईमानदारी से कमाई करके उसमें से जरूरतमंद को भी कुछ देना चाहिए, जैसे उनके सिद्वांत हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को उनके सिद्वांतों पर चलना चाहिए। भाईचारे को बढ़ावा देने की पहल के रूप में कठुआ के सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया। वहीं बाद में लंगर का भी आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में संगत ने प्रसाद ग्रहन किया।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया