Uttar Pradesh

गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अनुसंधान और शैक्षिक उत्कृष्टता में स्थापित किए नए मील के पत्थर

गोरखपुर विश्वविद्यालय की गूगल फोटो

गोरखपुर, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व एवं कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन की दूरदर्शी मार्गदर्शन में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू) अनुसंधान और शैक्षिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल कर रहा है।

विश्वविद्यालय के अनुसंधान प्रकाशनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2020 में 98 स्कोपस- सम्बद्ध अनुसंधान पत्रों से शुरू हुआ यह आंकड़ा 2024 तक बढ़कर 242 हो गया है।जो ढाई गुना वृद्धि की बढ़त दर्शाता है।

पिछले छह महीनों में डीडीयूजीयू ने 30 पेटेंट दायर किए हैं और 50 अतिरिक्त पेटेंट और कॉपीराइट दायर करने की तैयारी में है, जो विश्वविद्यालय की नवाचार और बौद्धिक संपदा विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

अनुसंधान क्षमताओं को और सशक्त करते हुए, डीडीयूजीयू ने MERU (बहु-विषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय) योजना के तहत 100 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त की है, जिससे इसके अनुसंधान अवसंरचना और शिक्षण सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।

विश्वविद्यालय की इन असाधारण उपलब्धियों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा भी मान्यता प्राप्त हुई है, जिसने डीडीयूजीयू को श्रेणी 1 संस्थान के रूप में मान्यता दी है। विश्वविद्यालय ने स्किम्मागो वर्ल्ड रैंकिंग,क्यू एस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी एशिया रैंकिंग और वेबोमेट्रिक्स रैंकिंग में भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है, साथ ही नैक ए प्लस प्लस मान्यता से भी सम्मानित हुआ है।

विशेष रूप से, डीडीयूजीयू को प्रतिष्ठित नैचर इंडेक्स रैंकिंग में शामिल किया गया है, जो अनुसंधान में इसके नेतृत्व का प्रतीक है। नैचर इंडेक्स, प्राकृतिक विज्ञान में उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान परिणामों को ट्रैक करने के लिए अकादमिक जगत में अत्यधिक सम्मानित है। यह रैंकिंग उन संस्थाओं का मूल्यांकन करती है जिन्होंने उच्च प्रभावी पत्रिकाओं में प्रकाशित लेखों में योगदान दिया है। यह रैंकिंग एक कड़े और व्यापक आकलन पर आधारित होती है और पिछले 12 महीनों के डेटा पर आधारित होती है। यह रैंकिंग वार्षिक रूप से अपडेट की जाती है और 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक के डेटा पर आधारित होती है। 1 जुलाई 2023 से 31 अगस्त 2024 तक की अवधि में डीडीयूजीयू ने एक प्रमुख स्थान प्राप्त किया है, जो इसे अग्रणी संस्थानों के बीच मजबूती से स्थापित करता है। इस बार डीडीयूजीयू उत्तर प्रदेश का एकमात्र राज्य विश्वविद्यालय है, जिसने नैचर इंडेक्स में स्थान प्राप्त किया है।डीडीयूजीयू के लिए नैचर इंडेक्स रैंकिंग (1 सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024)

कुल रैंकिंग

346 उच्च शिक्षा संस्थानों (जिसमें 168 विश्वविद्यालय शामिल हैं) में, डीडीयूजीयू को सभी संस्थानों में 107वां और विश्वविद्यालयों में 53वां स्थान प्राप्त हुआ है।

रसायन विज्ञान श्रेणी

200 उच्च शिक्षा संस्थानों (जिसमें 103 विश्वविद्यालय शामिल हैं) में, डीडीयूजीयू को कुल मिलाकर 69वां और विश्वविद्यालयों में 30वां स्थान प्राप्त हुआ है।

प्राकृतिक विज्ञान जर्नल समूह

316 उच्च शिक्षा संस्थानों (जिसमें 161 विश्वविद्यालय शामिल हैं) में, डीडीयूजीयू को कुल मिलाकर 102वां और विश्वविद्यालयों में 53वां स्थान प्राप्त हुआ है।

इनका है कहना

कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “यह ऐतिहासिक उपलब्धि हमारे संकाय, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के समर्पण का प्रतीक हैं। डीडीयूजीयू की अनुसंधान संस्कृति और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता ने हमें न केवल राज्य में, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अकादमिक परिप्रेक्ष्य में एक अग्रणी संस्था के रूप में स्थापित किया है।”

इन उपलब्धियों के साथ, डीडीयूजीयू प्रभावशाली अनुसंधान और शैक्षिक उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है, अपनी उत्कृष्टता की धरोहर को बनाए रखते हुए और वैश्विक अकादमिक समुदाय में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

—————

(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

Most Popular

To Top