Uttar Pradesh

पीतलनगरी में हर्षोल्लास से मनाया गया गुरु नानकदेव का प्रकाश पर्व

मुरादाबाद में गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा सिंह सभा  के बाहर सड़क पर लंगर छकते श्रद्धालु।
मुरादाबाद में गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा सिंह सभा ताड़ीखाना में माथा टेकते श्रद्धालु ।

मुरादाबाद, 15 नवम्बर (Udaipur Kiran) । गुरु नानकदेव महाराज का प्रकाश पर्व शुक्रवार को मुरादाबाद में धूमधाम से मनाया गया। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा ताड़ीखाना, गुरुद्वारा श्री निर्मल आश्रम गुलाबबाड़ी, गुरुद्वारा चंद्रनगर, गुरुद्वारा, गुरुद्वारा आदर्श नगर आदि में गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ हुआ, गुरुवाणी हुई और भव्य लंगर का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद चखा।

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में गुरु नानकदेव महाराज के प्रकाश पर्व गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ हुआ। पंजाब से आए रागी जत्थे ने गुरवाणी सुनाकर संगत को निहाल किया। गुरुद्वारे में सुबह से ही गुरुवाणी की गूंज होती रही, लोगों ने सबद कीर्तन का आनंद लिया। इसके बाद गुरु का अटूट लंगर प्रारंभ हुआ जो शाम तक चलता रहा। इसमें बड़ी संख्या में शामिल हाेकर श्रद्धालुओं ने लंगर छका।

गुरुद्वारा श्री निर्मल आश्रम गुलाबबाड़ी में गुरु नानक देव महाराज का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया। इसका आरंभ गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ से किया गया। रागी जत्थे ने गुरवाणी सुनाकर संगत को निहाल किया। रागी जत्थे ने गुरुनानक देव का इतिहास बताया। उन्होंने बताया कि गुरु नानक देव का आगमन 1469 में ननकाना साहिब में हुआ था। उन्होंने मानवता के कल्याण के लिए जनता को प्रेरित किया। खुद पूरे जीवन परमात्मा का स्मरण करते रहे। लोगों को भी परमात्मा से जुड़ने, कीर्तन करने, नाम जपने और प्रभु भक्ति में लीन रहकर भौतिकवाद को त्यागने के लिए प्रेरित किया। अंत में गुरु का अटूट लंगर शुरू किया गया। महंत सरदार गुरविंदर सिंह ने आभार व्यक्त किया।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जयसवाल

Most Popular

To Top