धर्मशाला, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश में करीब दाे साल पूर्व कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सूना पड़ा सचिवालय बुधवार को मुख्यमंत्री के यहां आने से गुलजार दिखा। धर्मशाला में करोड़ों की लागत से बने मिनी सचिवालय में आखिरकार मुख्यमंत्री सुक्खू ने बुधवार को धर्मशाला पहुंचकर अधिकारियों के साथ बैठक की मुख्यमंत्री ने इस दौरान गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण सहित कांगड़ा जिला के विभिन्न विकास परियोजनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा तथा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए प्रदेश में सुक्खू सरकार बनने के बाद यह पहला मौका था जब मुख्यमंत्री ने प्रदेश सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक की है। सूने पड़े सचिवालय और देहरा में मुख्यमंत्री कार्यालय खोलने के बाद से विपक्ष के निशाने पर रहे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को यहां पहुंचकर विपक्ष को भी फिलहाल मुद्दा विहीन कर दिया है।
गौरतलब है कि बीते दिन ही धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक विपिन सिंह परमार ने कांग्रेस सरकार पर कांगड़ा की अनदेखी और खासकर धर्मशाला में बने सचिवालय में मुख्यमंत्री या मंत्री के न बैठने को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री ने पत्नी मोह में देहरा में तो मुख्यमंत्री कार्यालय खोल दिया लेकिन दूसरी राजधानी धर्मशाला में कोई भी मंत्री या मुख्यमंत्री कभी भी सचिवालय में नहीं बैठे हैं। इन सभी आरोपों के बाद ही मुख्यमंत्री बुधवार को धर्मशाला दौरे पर पहुंचे और उन्होंने सबसे पहले अधिकारियों के साथ सचिवालय में ही बैठक की मुख्यमंत्री दौरे के चलते पहली बार सचिवालय में काफी रौनक देखी गई वही धूल फांक रहे कमरों में भी साफ सफाई और अन्य व्यवस्थाओं की चमक देखने को मिली है।
सीपीएस मुद्दे पर बोले मुख्यमंत्री, अभी फैसले की कॉपी नहीं पढ़ी
सीपीएस को लेकर प्रदेश उच्च न्यायालय के आए फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अभी तक उन्होंने फैसले की कॉपी नहीं पढ़ी है। उन्होंने कहा कि इस बाबत जल्द ही मंत्रिमंडल के सहयोगियों और सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी तथा इस मुद्दे पर उनकी राय और सलाह मशविरा करके ही अगला कदम उठाया जाएगा।
वहीं बद्दी एसपी को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एसपी बद्दी इल्मा अफरोज़ छुट्टी पर गई हैं। फिलहाल उनके आने के बाद सारे मामले की तह तक पंहुचा जाएगा। इस मामले में सीपीएस पर लगे आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया