नाहन, 13 नवम्बर (Udaipur Kiran) । अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुकाजी मेले के तीसरे दिन आयोजित बुड़ाह लोकनृत्य दलों की प्रतियोगिता में सिरमौर जिले की पारंपरिक लोकनृत्य कला बुड़ाह की शानदार प्रस्तुतियां पेश की गईं। यह आयोजन ऐतिहासिक रेणु मंच पर हुआ, जिसमें जिलेभर के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
उपमंडलाधिकारी नाहन राजीव सांख्यान ने मुख्य अतिथि के रूप में इस प्रतियोगिता में शिरकत की। प्रतियोगिता में गिरिआर हाटी कला मंच पाब बुड़ाह दल ने पहले स्थान पर कब्जा जमाया। वहीं शिरगुल बुड़ाह लोकनृत्य दल अंधेरी ने दूसरा स्थान हासिल किया और लोकनृत्य दल सैंज तीसरे स्थान पर रहा।
स्पर्धा में शिरगुल कला मंच घाटों, बुड़ाह लोकनृत्य दल सैंज, पारंपरिक लोक नृत्य दल हानत, गोगा वीर सांस्कृतिक कला मंच पखवान गणोग, गुगा महाराज बुढ़ियात सांस्कृतिक क्लब क्यारका, बुड़ाह दल ऊंचा टिक्कर, भद्रास दल गनोग और शिरगुल बुड़ाह लोकनृत्य दल अंधेरी के कलाकारों ने हिस्सा लिया।
निर्णायक मंडल में लोक संस्कृति के विशेषज्ञ कंवर सिंह नेगी, जिला लोक संपर्क विभाग के मनोज शर्मा और जिला भाषा अधिकारी कांता नेगी शामिल थे। कांता नेगी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले कलाकारों ने पारंपरिक बुड़ाह लोकनृत्य की उत्कृष्ट प्रस्तुतियां दीं, जिसमें होकू, छीछा जैसी लोक गाथाओं के माध्यम से हुड़क, थाली जैसे वाद्य यंत्रों का उपयोग किया गया। इस नृत्य में कलाकार पारंपरिक परिधान चोलटु पहनते हैं।
विजेताओं को क्रमशः 15,000 रुपये, 13,000 रुपये और 11,000 रुपये की पुरस्कार राशि के साथ आकर्षक ट्रॉफियां श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड की ओर से प्रदान की जाएंगी। सभी दलों को उनकी शानदार प्रस्तुतियों के लिए बधाई भी दी गई।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर