कोलकाता, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के तालडांगरा विधानसभा उपचुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस पर भाजपा ने वोटरों को प्रलोभन देने का आरोप लगाया है। भाजपा के नेता और पूर्व केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने मतदान से ठीक एक दिन पहले मंगलवार को चुनावी पर्यवेक्षक के सामने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल के कार्यकर्ता वोटरों को यह कहकर प्रभावित कर रहे हैं कि मतदान के बाद वोट का प्रमाण देने पर पार्टी का खर्च दिया जाएगा।
सुभाष सरकार का कहना है, तृणमूल कार्यकर्ता वोटरों को कह रहे हैं कि वे मतदान के बाद वोट देने की तस्वीर अपने मोबाइल में लेकर दिखाएं, जिससे उन्हें ‘फिस्ट’ (पार्टी) के लिए पैसे मिल सकें। इस संबंध में चुनावी पर्यवेक्षक को जानकारी दी गई है। भाजपा का आरोप है कि यह कानूनन दंडनीय अपराध है, क्योंकि भारतीय कानून के अनुसार, मतदान की तस्वीर लेना प्रतिबंधित है और ऐसा करने पर जुर्माने के साथ जेल की सजा भी हो सकती है।
इस मामले में, भाजपा ने चुनाव आयोग से यह भी अनुरोध किया है कि माइक से प्रचार कर वोटरों को इस प्रकार के प्रलोभनों के खिलाफ जागरूक किया जाए। सुभाष सरकार ने कहा कि इस तरह का प्रलोभन देकर वोटरों को प्रभावित करना अनुचित है, और चुनाव आयोग से इस मामले में सख्त कदम उठाने की अपील की है।
इसके पहले भी भाजपा ने तृणमूल के प्रत्याशी फाल्गुनी सिंह पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया था, जिसमें फाल्गुनी पर चुनाव से पहले छात्रों को किताब-कॉपी बांटने का आरोप लगाया गया था। इसके साथ ही, एक अन्य घटना में, भाजपा ने आरोप लगाया कि चक्रवात से प्रभावित लोगों को सहायता देने के नाम पर एक बीडीओ ने चुनावी नियमों का उल्लंघन किया था।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल ने सभी आरोपों को नकार दिया है। तृणमूल प्रत्याशी फाल्गुनी सिंह ने सुभाष सरकार के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, सुभाष बाबू ने जो कहा वह सब सही है, बस पार्टी का नाम गलत कह दिया। ऐसे काम तो भाजपा करती है। तृणमूल साल भर लोगों के साथ रहती है, इसलिए चुनाव के समय हमें ऐसा करने की जरूरत नहीं होती।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर