देहरादून, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । यूपीसीएल मुख्यालय विक्टोरिया क्रास विजेता गबर सिंह ऊर्जा भवन देहरादून में प्रबंध निदेशक अनिल कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को पूर्णकालिक निदेशकों की उपस्थिति में ‘कल, आज और कल’ थीम आधारित संगोष्ठी हुई। इसमें यूपीसीएल की ओर से उपलब्धियों, कार्ययोजनाओं एवं परियोजनाओं के संबंध में चर्चा हुई।
अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार सिंह ने गत तीन वर्षों में विभाग की बेस्ट प्रैक्टिसेज एवं मुख्य उपलब्धियों पर चर्चा, विभाग का अधिक उपभोक्ता उन्मुख होने से जुड़े बिंदुओं, यूपीसीएल के संसाधन एवं राजस्व बढ़ाए जाने पर चिंतन तथा प्रदेश में चल रही कार्ययोजनाओं व अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी में निदेशकों के साथ ऊर्जा भवन मुख्यालय में तैनात अधिशासी अभियंता एवं उच्चाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
उन्होंने बताया कि यूपीसीएल द्वारा उपभोक्ताओं के विद्युत बिलों में एफपीपीसीए मद में कुल 324 करोड़ (माह जुलाई 2024 में 39.06 करोड़ रुपये, माह अगस्त 2024 में 67.10 करोड़ रुपये, माह सितंबर 2024 में 28.88 करोड़ रुपये, माह अक्टूबर 2024 में 84.19 करोड़ रुपये तथा माह नवंबर 2024 में 104.49 करोड़ रुपये) की छूट दी गई है।
बेहतर वित्तीय प्रबंधन के फलस्वरूप यूपीसीएल ने पावर पर्चेज बिलों का ससमय भुगतान कर गत तीन वर्षों में कुल 131 करोड़ रुपये (40 करोड़+60 करोड़+31 करोड़) की छूट प्राप्त की है। राज्य में भारत नेट परियोजना के अंतर्गत चिन्हित 697 पंचायत घरों में यूपीसीएल द्वारा ससमय शत—प्रतिशत विद्युत कनेक्टिविटी प्रदान कर सफलता हासिल की है। यूपीसीएल ने इनोवेटिव स्ट्रेटजी अपनाते हुए पावर बैंकिंग के माध्यम से सस्ती बिजली प्राप्त करके 50 करोड़ से अधिक बचत प्राप्त की है।
पिछले तीन वर्षों से लगातार रिकॉर्ड राजस्व प्राप्ति की है। इसमें प्रतिवर्ष औसतन 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में सर्वाधिक राजस्व प्राप्ति क्रमश: 8785 करोड़ एवं 9905 करोड़ की गई। एटी एंड सी हानियों को लगातार 17.2 प्रतिशत (2021-22) के स्तर से कम कर आरडीएसएस के निर्धारित लक्ष्य 14.99 प्रतिशत को प्राप्त कर 14.64 प्रतिशत (2023-24) के स्तर पर लाया गया, जो राष्ट्रीय स्तर से बेहतर है।
एडीबी वित्त पोषित योजना में 977.03 करोड़ रुपये के कार्यों के अंतर्गत देहरादून शहर के मुख्य मार्गों की ऊपरीगामी लाइनों के भूमिगत करने का कार्य किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत कुल 929.55 किमी (33 किलोवॉट- कुल 91.55 किमी, 11 किलोवॉट- कुल 230 किमी, एलटी- कुल 608 किमी) लाइनों के भूमिगतिकरण का कार्य प्रस्तावित है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना के अंतर्गत 16 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटरों की स्थापना (जिसमें 15.87 लाख कन्जयूमर मीटर, 59 हजार डीटी मीटर तथा 2600 फीडर मीटर शामिल हैं) के कार्य किए जा रहे हैं। यूपीसीएल देहरादून एवं हल्द्वानी स्थित मीटर टेस्ट प्रयोगशाला को एनएबीएल सर्टिफिकेट से प्रमाणित किया गया है।
यूपीसीएल कारपोरेट ऑफिस एवं टेस्ट प्रयोगशाला को बेहतर गुणवत्ता प्रबंधन के लिए आईएसओ 9001:2015 सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है। द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने यूपीसीएल को विद्युत वितरण क्षेत्र में उत्कृष्ट लागत प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण