मीरजापुर, 11 नवम्बर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्यधाम का नव्य भव्य स्वरूप सामने आने के बाद श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते जिला प्रशासन भीड़ नियंत्रण के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने में जुट गया है। गंगा स्नान के दौरान हादसे की आशंका पूरी तरह समाप्त करने को अब सुरक्षित स्नान की सुविधा विस्तार की कवायद शुरू की गई है। 67 लाख रुपये की लागत से योजना में फ्लोटिंग जेटी के साथ ही बाथ कुंड की भी व्यवस्था होगी। न डूबने का डर होगा और न ही किसी जीव-जंतु से खतरे का ही भय रहेगा। स्नान के बाद श्रद्धालु सीधे मां विंध्यवासिनी के दर्शन कर सकेंगे।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि विंध्य कॉरिडोर के निर्माण के बाद से यहां आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। गंगा स्नान करने वाले यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने अब गंगा घाटो पर फ्लोटिंग जेटी बनाने का निर्णय लिया है। फ्लोटिंग जेटी के निर्माण के लिए 67 लाख रुपये की लागत से योजना प्रस्तावित है, इसे मंजूरी के लिए शासन को भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही एक किलोमीटर के दायरे में फ्लोटिंग जेटी बिछाने का काम शुरू किया जाएगा। इससे पक्का घाट, कच्चा घाट, दीवान घाट, अखाड़ा घाट, गुदारा घाट, परशुराम घाट, बाबू घाट और राम गया घाट को जोड़ा जा सकेगा। फ्लोटिंग जेटी के साथ ही वाराणसी-प्रयागराज के बीच चलने वाले जलयान का ठहराव भी विंध्याचल घाट पर होगा।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा