नैनीताल, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तल्लीताल डांठ पर स्थित मूर्ति को ताकुला गांव में स्थानांतरित करने और इसके स्थान पर सड़क के बीच में गांधी जी की बैठी हुई सूत कातती मुद्रा की मूर्ति को स्थापित किये जाने पर विरोध को देखते हुए प्रशासन अब अपनी इस योजना पर पुनर्विचार कर सकता है। इस संबंध में गत दिवस नगर के विभिन्न संगठनों और इधर दो दिनों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध-प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन की ओर से यह आश्वासन दिया गया है। इस संबंध में बुधवार को एक बार पुनः प्रशासन नगर के संगठनों के साथ वार्ता कर सहमति बनाने का प्रयास कर सकता है।
सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में तल्लीताल डांठ पर विरोध-प्रदर्शन किया। विरोध-प्रदर्शन को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी क्रांतिकारी मोर्चा ने भी समर्थन दिया। विरोध-प्रदर्शन के बीच संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल प्रदर्शनकारियों से वार्ता के लिये पहुंचीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा को सड़क किनारे से हटाकर बीच में किये जाने का कोई औचित्य नहीं है। क्योंकि यह स्थल धरना-प्रदर्शन का स्थान भी है। ऐसे मे भविष्य में यदि कोई बड़ा विरोध-प्रदर्शन यहां किया जाएगा तो उससे यातायात भी अनावश्यक रूप से प्रभावित होगा। यह भी कहा कि नगर के सभी पक्षों को विश्वास में लेकर ही ऐसी कोई बड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इस पर संयुक्त मजिस्ट्रेट ने 15 नवंबर से पहले सहमति बनाने के लिये एक बैठक बुलाने का आश्वासन दिया।
कांग्रेस नेत्रियों से ध्वस्त कर दिया था प्रशासनिक निर्माण
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व कांग्रेस नेत्री मुन्नी तिवारी के नेतृत्व में डॉ. सरस्वती खेतवाल, लीला बोरा और मुन्नी मेहरा सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा के समीप प्रशासन द्वारा बनाई जा रही दीवार को तोड़ दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि गांधी प्रतिमा को किसी भी स्थिति में वहां से हटाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
तल्लीताल डांठ पर प्रस्तावित पार्किंग पर जताया विरोध
बताया गया है कि प्रशासन गांधी मूर्ति की ओर स्थानीय व्यापारियों के अनुरोध पर तल्लीताल बाजार के दोपहिया वाहनों के लिये पार्किंग बनाना चाहता है। इस पर नैनीताल नगर के निवासियों के नाम से मुख्यमंत्री को सोमवार को एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में नगर के आधार बलियानाला की गंभीर स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा है और मुख्यमंत्री द्वारा इस हेतु 200 करोड़ रुपये से अधिक के बजट आवंटन के लिए धन्यवाद दिया है। अलबत्ता ज्ञापन में इसके अतिरिक्त बताया है कि बलियानाला तल्लीताल डांठ क्षेत्र से शुरू होता है, जो अत्यधिक संवेदनशील है। लिहाजा उन्होंने इस क्षेत्र में प्रशासन द्वारा बनाई जा रही पार्किंग को नैनीताल के अस्तित्व के लिए खतरे की घंटी बताया है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि सरकार द्वारा पहले 110 करोड़ रुपये की धनराशि बाईपास और बलियानाला के संरक्षण के लिए आवंटित की गई थी। लेकिन प्रशासन ने जिस स्थान पर इसका कार्य किया, वह क्षेत्र धंस गया है। इसलिये मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि बलियानाला की गंभीर स्थिति का संज्ञान में लेते हुए इस क्षेत्र में किसी भी निर्माण कार्य को रोककर नैनीताल के अस्तित्व को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। ज्ञापन में भाजपा नेता नितिन कार्की सहित नीरज पंत, संजीता साह सहित दर्जनों लोगों के हस्ताक्षर है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी