Haryana

सोनीपत: धरती पर स्वर्ग का नक्शा भक्ति के रंग से तैयार

11 Snp-   सोनीपत: 77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम   का दिव्य और भव्य आयोजन 16 से 18 नवम्बर के लिए मुख्य द्वार का दृश्य
11 Snp-   सोनीपत: 77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम         का दिव्य और भव्य आयोजन 16 से 18 नवम्बर के लिए तैयारी का दृश्य
11 Snp-   सोनीपत: 77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम         का दिव्य और भव्य आयोजन 16 से 18 नवम्बर के लिए तैयारी का दृश्य

-77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम

तैयारी पूरी

सोनीपत, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । श्रद्धा, भक्ति, सेवा, समर्पण, कला, संस्कृति, धर्म, आध्यात्मक

का अनुपम संगम निरंकारी संत समागम के रुप में धरती पर भक्ति के रंग से स्वर्ग का नक्शा

तैयार हो गया है। सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आनंद के दिव्य स्वरूप प्रदान करने वाले

77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम का दिव्य और भव्य आयोजन 16 से 18 नवंबर को संत निरंकारी

आध्यात्मिक स्थल, गन्नौर-समालखा हल्दाना बोर्डर (हरियाणा) में होगा। परम श्रद्धेय सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं

परम आदरणीय निरंकारी राजपिता रमित जी की पावन सांनिध्य रहेगा। वार्षिक निरंकारी संत

समागम की तैयारी अंतिम चरण में है। सतगुरु के दिव्य दर्शन और मंगलकारी अमूल्य

प्रवचनों रसधारा प्रवाहित होगी। भक्तों की सुविधा के लिए समागम स्थल एलईडी. स्क्रीन

लगाई जा रही हैं।

समागम

में भव्य गेट की संरचना मुम्बई की गोपी एण्ड पार्टी टीम द्वारा की जा रही है। यह द्वार

कला संस्कृति के साथ अध्यात्म का संदेश भी देते हैं। समागम

परिसर चार भागों में विभाजित किया गया है। ग्राऊंड में मुख्य सत्संग स्थल, निरंकारी

प्रदर्शनी तथा संत निरंकारी मण्डल के प्रशासकीय विभागों के कार्यालयों, निरंकारी प्रकाशन,

कैंटीन, सेवादल रैली स्थल एवं पार्किंग रहेंगी। बाकी तीनों मैदानों में श्रद्धालु भक्तों

के लिए रिहायशी टैंट की व्यवस्था की गई है। पानी, बिजली, सीवरेज इत्यादि जैसी मूलभूत

सुविधाएं उपलब्ध करवायी गयी हैं। स्वच्छता को बनाए रखने के लिए निरंकारी सेवादल समर्पित

सेवाएं दे रहे हैं।

संत

निरंकारी मिशन के सचिव जोगिंदर सुखीजा ने बताया कि समागम संबंधित सारी प्रबंध व्यवस्थाएं

सतगुरु माता जी के आशीर्वाद की जा रही हैं। सतगुरु माता जी की के परम सांनिध्य में

संत समागम में आने वाले श्रद्धालुओं हर सुविधा मिले। सतगुरु की दिव्य शिक्षाओं का व्यवहारिक

स्वरुप है। संत समागम में हर ओर प्रेम, सदभाव और एकत्व का ही दिव्य संदेश के साथ मानवता

के इस महाकुंभ में सभी मानव प्रेमी भाई-बहनआमंत्रित हैं।

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(Udaipur Kiran) परवाना

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