शिमला, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील राज्य है और इसे देखते हुए प्रदेश सरकार युवाओं को ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रही है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश के 11 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में युवाओं को ड्रोन से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसके तहत 128 प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह प्रयास हिमाचल को आईटी हब के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए व्यापक स्तर पर सुधार किए जा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश मेें 363 तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक शिक्षा संस्थान कार्यरत हैं। युवाओं को बेहतर प्लेसमेंट के अवसर प्रदान करने के लिए रोजगार मेलों व कैम्पस इंटरव्यू का आयोजन भी निरंतर करवाया जाता है। वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान सरकारी अभियान्त्रिकी महाविद्यालयों, राजकीय फार्मेसी महाविद्यालय, बहुतकनीकी एवं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के लगभग 5,731 प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न कैम्पस इंटरव्यू के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षुओं को बेहतर तकनीकी ज्ञान प्रदान करने के लिए राजकीय बहुतकनीकी संस्थानों के 38 विद्यार्थियों और राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों तथा बहुतकनीकी संस्थानों के 20 प्रशिक्षकों को आई.आई.टी. मंडी में रोबोटिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। प्रवक्ता के मुताबिक सेमिकंडक्टर के क्षेत्र में भी युवाओं को नए अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। इस दिशा में राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के 20 प्रशिक्षकों को आई.आई.टी. रोपड़ और दिल्ली में सेमिकंडक्टर इको-सिस्टम का प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में सेमिकंडक्टर उद्योग स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है। सरकार की इस नवीन पहल का उद्देश्य युवाओं के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा करना और प्रदेश में प्रोद्यौगिकी के विकास को बढ़ावा देना है। बहुतकनीकी एवं इंजीनियरिंग के 10 संकाय सदस्यों और 6 विद्यार्थियों को भारतीय सूचना प्रौद्यागिकी संस्थान ऊना में मशीन लर्निंग से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा