-योगी सरकार के निर्देश पर पहली बार जल पुलिस में शामिल हो रहा बेड़ा
-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार, किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सक्षम
-पूरे संगम में चप्पे-चप्पे पर रहेगी छोटे जहाज की नजर
प्रयागराज, 09 नवम्बर (Udaipur Kiran) । महाकुम्भ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा योगी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जल, थल और नभ, हर जगह सुरक्षा के प्रबंध किए जा रहे हैं। इसी क्रम में स्नान के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पहली बार जल पुलिस को छोटा जहाज कहे जाने वाले जेट स्की से लैस किया जा रहा है।
-पलक झपकते ही पहुंचेगी जल पुलिस
महाकुम्भ में जल पुलिस की भूमिका हर बार की तुलना में इस बार कहीं अधिक महत्वपूर्ण होने जा रही है। देश-दुनिया से यहां आने वाले तमाम स्नानार्थियों और साधु-संतों के साथ स्नान के दौरान कोई अनहोनी न होने पाए, इसके लिए पहली बार महाकुम्भ में छोटे जहाज उतारे जा रहे हैं। ये हाईटेक जेट स्की पलक झपकते ही कहीं भी पहुंचने में सक्षम होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के चुनिंदा अफसर महाकुम्भ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं। इसी के तहत जल पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा चाक चौबंद किया जा रहा है।
-जरूरतमंद तक तत्काल पहुंचेगी मदद
किला थाना की जल पुलिस के प्रभारी जनार्दन प्रसाद साहनी ने बताया कि महाकुम्भ में पहली बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हाईटेक जेट स्की उतारे जा रहे हैं। 25 हाईटेक जेट स्की की डिमांड की गई है, जो दिसम्बर तक जल पुलिस के बेड़े में शामिल हो जाएंगे। पहली बार जल पुलिस के बेड़े में शामिल हो रहे ये छोटे जहाज कितनी भी दूरी पर स्नानार्थियों की मदद के लिए मिनटों में पहुंचकर उन्हें बचाने में सक्षम होंगे। सबसे खास बात यह है कि इसकी रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी। यह हाईटेक जेट स्की इशारा मिलते ही जरूरतमंद तक तत्काल पहुंचने में सक्षम होगा।
-इस तरह काम करेगी जेट स्की
जेट स्की में एक शक्तिशाली इंजन लगाया जाता है। ये पानी को अंदर खींचता है और इसी के साथ पीछे के छोर से बाहर बाहर फेंकता है। महाकुम्भ में जरूरत के हिसाब से यह काफी कारगर साबित होगा। इसमें एक साथ तीन लोग सफर कर सकते हैं। आपात स्थिति में इसका एक ड्राइवर त्वरित गति से मौके पर पहुंचकर कम से कम दो लोगों को सुरक्षित करने में सक्षम साबित होगा। 70 किलोमीटर प्रति घंटे की इसकी रफ्तार ही जल पुलिस की सबसे बड़ी मददगार साबित होगी।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र