भागलपुर, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । सामाजिक- सांस्कृतिक संस्था जनप्रिय भागलपुर की ओर से परबत्ती स्थित
कार्यालय में शनिवार को लोक
गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर श्रंद्धाजलि सभा आयोजित किया गया। दिवंगत लोक
गायिका शारदा सिन्हा के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर और 2 मिनट मौन रहकर
जनप्रिय के सदस्यों ने श्रंद्धाजलि दिया। सभा की अध्यक्षता जनप्रिय लोक कला-
सांस्कृतिक मंच के संयोजक इकराम हुसैन शाद और संचालन जनप्रिय के निदेशक गौतम कुमार
ने किया।
जनप्रिय लोक कला- सांस्कृतिक मंच के संयोजक इकराम हुसैन शाद ने कहा लोक
गायिका शारदा सिन्हा ने बिहार की लोक भाषा भोजपुरी, मैथिली और मगही की सादगी को
अपने गीतों और स्वरों में हमेशा बरकरार रखा और गीतों के माध्यम से बिहार की लोक
संस्कृति को देश के कोने-कोने में पहुँचाया। जनप्रिय के निदेशक गौतम कुमार ने कहा
स्वर्गीय शारदा सिन्हा ने कभी भी अपसंस्कृति को अपने गीतों में जगह नहीं दिया। वह
वर्तमान दौर के गीतों में जिस तरह से अश्लीलता और अभद्र शब्दों के प्रयोग किया
जाता है। स्वर्गीय शारदा सिन्हा इसके सख्त खिलाफ थे। उनका मानना था कि लोकगीत अपने
समाज की सभ्यता, संस्कृति, पहचान और संदेश को जन जन तक पहुचाने का सशक्त माध्यम
है। श्रंद्धाजलि सभा में जगवीर मंडल, सुभाष प्रसाद, बाबूलाल कुमार पासवान, प्रेम
कुमार यादव, निहार रंजन, कुमार गौरव, रागिनी कुमारी और साधना देवी सहित अन्य लोग
उपस्थित हुए।
(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर