कोलकाता, 09 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले के कालना में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां बारहवीं कक्षा की एक छात्रा का शव शुक्रवार रात रेल पटरी पर मिला। छात्रा की मां का कहना है कि मौत से कुछ समय पहले उनकी बेटी ने फोन पर कहा था, “वे मुझे जीने नहीं देंगे।” इस बयान के बाद छात्रा की रहस्यमय मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, मृत छात्रा का घर कालना के धात्रिग्राम में था और वह कृष्णदेवपुर उच्च विद्यालय में विज्ञान की छात्रा थी। रोज की तरह शुक्रवार को भी वह अपनी मां के साथ कालना में एक शिक्षक के पास इंग्लिश की ट्यूशन पढ़ने आई थी। हालांकि, सामान्य दिन की तुलना में वह शुक्रवार को कुछ पहले ही ट्यूशन से निकल गई। इसके कुछ ही देर बाद उसने अपनी मां को फोन किया और कहा, “वे मुझे जीने नहीं देंगे,” और फिर फोन कट गया। इसके बाद से ही परिजन उससे संपर्क नहीं कर पाए।
परिवार ने तुरंत कालना थाने में छात्रा के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। इसी बीच रात करीब सात बजे कालना स्टेशन से कुछ दूरी पर किशोरी का खून से सना शव मिलने की सूचना रेल पुलिस (जीआरपी) ने दी। पुलिस और छात्रा का परिवार मौके पर पहुंचे और शव की पहचान की गई।
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्यूशन खत्म होने के बाद आखिर छात्रा कालना स्टेशन की ओर क्यों गई? और अचानक मां को फोन कर “वे मुझे जीने नहीं देंगे” कहने का क्या मतलब था? ‘वे’ से छात्रा किसकी ओर इशारा कर रही थी? पुलिस मामले की जांच कर रही है और पता चला है कि घटना के समय सीसीटीवी फुटेज में छात्रा को कालना स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर देखा गया था। उसने ओवरब्रिज पर चढ़ने के बाद फिर से नीचे आकर प्लेटफॉर्म पर कुछ देर बिताई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, छात्रा शुक्रवार शाम 6:38 बजे कालना स्टेशन पहुंची और 6:52 बजे अपनी मां को फोन किया। परिवार का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है।
शनिवार को छात्रा के चाचा का कहना है कि, “वह शाम छ बजे ट्यूशन से निकली थी और इसके बाद मां को फोन करके अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। यह आत्महत्या नहीं हो सकती, उसे मार दिया गया है।”
पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और छात्रा के इस कदम के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को कहा कि घटना की जांच की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि छात्रा आखिरकार किसके बारे में बात कर रही थी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर