Uttrakhand

राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेशवासियों को दी बधाई, बोले- रजत जयंती वर्ष 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनेगा उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।

देहरादून, 08 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को उत्तराखंड राज्य निर्माण के 24 वर्ष पूर्ण होने और रजत जयंती वर्ष के शुभारंभ अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य निर्माण के अमर शहीदों एवं देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तराखंड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को भी नमन किया है।

मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में कहा कि प्रदेश की जनता के आशीर्वाद, सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलन के मूल में उत्तराखंड के समग्र एवं संतुलित विकास की अवधारणा रही थी। इस भावना को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की ओर से पारदर्शिता, जनसहभागिता और नई कार्य संस्कृति के साथ विकास की नई गाथा लिखने की उल्लेखनीय पहल की गई है। प्रदेश की मातृशक्ति, युवा शक्ति और पूर्व सैनिकों की अहम भागीदारी से सशक्त उत्तराखंड के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में उत्तराखंड अग्रसर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप राज्य तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है। वर्ष 2023-24 के एसडीजी इंडेक्स में उत्तराखंड को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में राज्य को एचीवर्स तथा स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर्स की श्रेणी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष जी-20 की तीन बैठकों के आयोजन का अवसर मिलना एक उपलब्धि है, जो प्रधानमंत्री का देवभूमि उत्तराखंड के लोगों की क्षमता और प्रतिभा पर अटूट विश्वास का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गौरव की बात है कि उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष में 38वें राष्ट्रील खेल राज्य में होने जा रहे हैं। राष्ट्रीय खेल महाकुंभ के लिए उत्तराखंड तैयार है। उन्होंने कहा कि हम राज्य में समान नागरिक संहिता यूसीसी जल्द ही लागू करने जा रहे हैं। ऊधमसिंहनगर के किच्छा में एम्स का सैटेलाइट सेंटर बनने से एक बड़ी आबादी को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सरकार की उपलब्धियों के साथ तमाम योजनाएं भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पहले से और सुदृढ़ हुई है। पारदर्शी व्यवस्था से सुशासन की परिकल्पना साकार हो रही है। जनता से जुड़ी योजनाओं के सरलीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने निवेश अनुकूल वातावरण बनाया है। पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए पर्यटन, आयुष, वेलनेस, आईटी और सौर ऊर्जा सहित सर्विस सेक्टर पर विशेष फोकस किया गया है। सीमांत क्षेत्रों के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की गई है। वाइब्रेंट विलेज योजना से उत्तराखंड के सीमावर्ती गांवों का विकास हो रहा है। वोकल फॉर लोकल पर आधारित एक जनपद दो उत्पाद योजना से स्थानीय आजीविका के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नई सौर ऊर्जा की नीति लाई गई है। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में आवेदनों के डिस्पोजल में उत्तराखंड देश में सबसे आगे है। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के प्रति भी लोगों की रूचि बढ़ी है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड को बहुआयामी पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित करने पर काम किया जा रहा है। आध्यात्मिक, धार्मिक और सामान्य पर्यटन के साथ एडवेंचर टूरिज्म, इको टूरिज्म और रूरल टूरिज्म पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की वेड इन उत्तराखंड की अपील के बाद उत्तराखण्ड की वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में पहचान बन रही है। उत्तराखंड की पहचान फिल्म शूटिंग के डेस्टिनेशन के रूप में बनी है। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरूआत करने में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति का सम्मान हमारी परंपरा रही है। सरकार ने उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को पेंशन में वृद्धि के साथ राज्य आंदोलनकारियों और पात्र आश्रितों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का निर्णय लिया है। आंगनबाड़ी और आशा बहनों के मानदेय में बढ़ोत्तरी के साथ लोक कलाकारों का मानदेय भी दोगुना किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए राज्य में जबरन धर्मांतरण के विरूद्ध कठोर कानून बनाया गया है। प्रदेश में अब दंगा करने वाले दंगाईयों से ही सारे नुकसान की भरपाई का कानून लागू किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र को ध्येय वाक्य मानकर राज्य सरकार आगे बढ़ रही है। धामी ने कहा कि रजत जयंती वर्ष 2025 तक उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हो, यह हमारा संकल्प है।

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(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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