गुप्तकाशी, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ उपचुनाव में दूसरे दिन भी धुंआधार प्रचार किया। उन्होने अपना जनसंपर्क कार्यक्रम त्रियुगीनारायण से शुरु किया, जिसके बाद वह सीतापुर, रामपुर, शेरसी, खडिया, देवांगण, सल्या, ल्वांणी और तुलंगा पहुँचे । इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ साथ आम लोगों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। खास तौर पर महिलाओं में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को सुनने की खासी उत्सुकता दिखी।
जनसंपर्क के दौरान उन्होने कांग्रेस उम्मीदवार मनोज रावत के पक्ष में वोट करने की अपील की। उन्होने कहा कि मनोज रावत ही केदारनाथ के हक हकूक धारियों का सच्चा हितैषी है। उन्होने याद दिलाते हुए कहा जब देवस्थानम बोर्ड जैसा काला कानून भाजपा सरकार ले कर आई तो वह सड़कों पर उतरे और धामों के हक हकूक धारियों की लड़ाई लड़ी, जिसके बाद सरकार को ये कानून वापस लेना पड़ा।
उन्होने कहा कि केदारनाथ में सोना चोरी का मामला उठाने वाले भी मनोज रावत ही थे। उन्हीं की वजह से यह बात सामने आयी कि केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी हुआ है।
उन्होने पहाड़ की जमीनों को बचाने की बात पर जोर देते हुए कहा कि अगर हमारी मिट्टी ही नहीं बचेगी तो हमारी संस्कृति कैसे बच पाएगी। उन्होंने आगाह किया कि पहाड़ाें में गाँव के गाँव बाहरी लोगों को बेचे जा चुके है। जो कभी जमीन के मालिक थे आज वह उन्हीं जमीनों पर नौकर बन कर काम कर रहे हैं। सरकार जमीनों की खरीद फरोख्त में दलालों के साथ खड़ी है और मनोज रावत ही वह विधायक था जिसने सबसे पहले जमीनों की खुली लूट की छूट देने वाले कानून के खिलाफ विधानसभा में आवाज उठाई।
उन्होने केदारनाथ की जनता से अपील करते हुए कहा कि नेता के रुप में मनोज रावत को एक छायादार वृक्ष बनाने के लिए उसे एक बार फिर से विधानसभा भेजें ।
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(Udaipur Kiran) / बिपिन