RAJASTHAN

टीचर की हत्या के आरोपियों की बाजार में दाे किमी परेड निकाल किया कोर्ट में पेश

हत्या के आराेपी।

बूंदी, 7 नवंबर (Udaipur Kiran) । सरकारी टीचर की हत्या के तीन आरोपियों की पुलिस ने गुरुवार काे परेड कराई। पुलिस कोतवाली थाने से तीनों आरोपियों को भारी पुलिस बल के साथ पैदल लेकर रवाना हुई। पुलिस ने आरोपियों को बाजार में दाे किलोमीटर तक घुमाया। इसके बाद पुलिस आरोपियों को कोर्ट लेकर पहुंची और जज के सामने पेश किया। परेड के दौरान तीन आरोपी सिर झुकाए चलते रहे।

पुलिस आरोपियों को लेकर ख्वाजा गेट, लंका गेट, घटनास्थल वाला ढाबा, अंबेडकर सर्किल, पुलिस कंट्रोल रूम से कोटा रोड, अहिंसा सर्किल, कलेक्ट्रेट से होकर एससी-एसटी कोर्ट पहुंची, जहां तीनों को कोर्ट में पेश किया। परेड के दौरान डीएसपी अरुण मिश्रा, कोतवाल तेजपाल सैनी, सदर थाना एसएचओ भगवान सहाय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

डीएसपी अरुण मिश्रा ने बताया कि मनीष मीणा की हत्या के मामले में सदर थाना क्षेत्र के तिरुपति नगर निवासी मोनू पुत्र किशन बैरवा, रायथल थाना क्षेत्र के खड़खड़ निवासी दीपक पुत्र भवानी शंकर खटीक और सदर थाना क्षेत्र के जनता कॉलोनी निवासी विशाल पुत्र छीतर रैगर को बुधवार रात को डिटेन किया। हत्या का मुख्य आरोपी बरखेड़ा थाना नमाना निवासी गुरुप्रीत सिंह उर्फ गोपी पुत्र जरनेल सिंह अभी भी फरार है। पुलिस टीम मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी है। जल्द गुरप्रीत को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मिश्रा ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए 10 पुलिस टीम लगी हुई थी। हत्या की वारदात के बाद आरोपी भीमलत के जंगलों में चले गए। आरोपी जंगल में ही फरारी काट रहे थे। आरोपियों की तलाश के लिए एसपी राजेन्द्र कुमार मीणा के निर्देश पर एएसपी उमा शर्मा के सुपरविजन में 10 अलग-अलग पुलिस टीमों को चारों दिशाओं में भेजा गया। इस बीच पुलिस को आरोपियों के भीमलत के जंगल में होने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों को दबोच लिया।

सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे सिंती निवासी मनीष मीणा (26) लंका गेट क्षेत्र में दो दोस्तों के साथ खाना खाने ढाबे पर गए थे। इस दौरान वहां चार लोग आए। खाना खाने के बाद बाहर निकलते समय हाथ टच होने से दोनों पक्षों में विवाद हो गया। इसी बात पर युवकों ने पहले तो गाली-गलौज की। आरोप है कि बाद में यही युवक मारपीट पर उतारु हो गए। पहले तो दोस्तों ने बीच-बचाव का भी प्रयास किया। परंतु आरोपी नहीं माने। हालात बिगड़ते देख मनीष वहां से जान बचाकर पैदल भागने लगे। अंबेडकर सर्किल के पास आरोपियों ने मनीष को पकड़ लिया और उसके पैरों में चाकू से ताबड़‌तोड़ पांच वार किए। मनीष लहूलुहान हो गए। उनको वहीं छोड़ बदमाश फरार हो गए। वहां मौजूद अन्य लोग और मनीष के दोस्त उसे हॉस्पिटल ले गए। ज्यादा खून बहने के चलते इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मनीष का दोस्त सौरभ भी घायल है।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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