जयपुर, 7 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के मुख्य आतिथ्य में शुक्रवार प्रातः 10.30 बजे से माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग का राइजिंग राजस्थान प्री समिट जयपुर के होटल ललित में आयोजित किया जा रहा है। प्री समिट में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के सानिध्य में माइनिंग एवं पेट्रोलियम सेक्टर के 60 हजार करोड़ से अधिक के एमओयू प्रस्तावों पर हस्ताक्षर होंगे। प्री समिट की अध्यक्षता उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ करेंगे।
माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकान्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में पहली बार माइनिंग व पेट्रोलियम सेक्टर में प्री समिट में होने वाले निवेश एमओयू सहित एक लाख 38 हजार करोड़ से भी अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत विभाग के प्री समिट से पहले रोड़ शो व अन्य आयोजनों में माइनिंग व पेट्रोलियम सेक्टर में निवेश के 77 हजार 721 करोड़ के एमओयू हस्ताक्षरित हो चुके हैं। शुक्रवार को आयोजित प्री समिट में माइनिंग सेक्टर के 41 हजार करोड़ रु. से अधिक के निवेश और पेट्रोलियम सेक्टर के 19 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर राज्य सरकार व निवेशकों के बीच हस्ताक्षर और एमओयू का आदान प्रदान होगा।
रविकान्त ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के माइनिंग सेक्टर को देश का अग्रणी सेक्टर बनाने के लिए खनिज खोज में तेजी लाने और खनिज ब्लॉक्स तैयार कर नीलामी पर जोर दिया है। प्रदेश के माइनिंग सेक्टर में शोध व अनुसंधान, तकनीकी सहयोग व कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए इस अवसर पर ऑयल इण्डिया और आईआईटी मद्रास के साथ एमओयू किये जा रहे हैं। इससे प्रदेश में पोटाश, रेयर अर्थ एलिमेंट, क्रिटिकल मिनरल और अण्डरग्राउण्ड कोल गैसिफिकेशन (यूसीजी) के क्षेत्र में परस्पर सहयोग से कार्य किया जाएगा।
प्रमुख सचिव ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री व अतिथि मिनरल मार्वल्स ऑफ राजस्थानःबिल्डिंग इंडियाज आइकोनिक मोन्यूमेंटस एवं टाइमलैस ट्रेसरेस:द जियो हेरिटेज ऑफ राजस्थान कॉफी टेबल बुक का विमोचन करेंगे। उन्होंने कॉफी टेबल बुक में राजस्थान के स्टोन्स से बने ताजमहल, संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, विक्टोरिया मेमोरियल सहित ख्यातनाम मोन्यूमेंट्स में राजस्थान के स्टोन्स के सौंदर्य व उपयोगिता को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इसी तरह से दूसरी कॉफी टेबल बुक में राजस्थान के जियो हेरिटेज साइट्स और उनकी एतिहासिकता पर आकर्षक तरीके से ज्ञानवर्द्धक जानकारी दी गई है।
निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि प्री समिट को अधिक उपादेय बनाने के लिए माइनिंग सेक्टर के जाने माने प्रतिभागियों से अनुभव साझा करने के साथ ही दो विशेषज्ञ वार्ताएं और दो पेनल चर्चाओं के सत्र रखे गए हैं। इससे परस्पर संवाद कायम होने के साथ ही देश दुनिया में माइनिंग सेक्टर में हो रहे बदलावों और तकनीक पर चर्चा हो सकेगी।
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(Udaipur Kiran) / रोहित