– राज्य में खनन से 1200 करोड़ राजस्व मिलने की उम्मीद, पहले मिलता था मात्र 200 करोड़
– मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी में विकास योजनाओं एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की परखी प्रगति
– मनोरम नैसर्गिक सौंदर्य और बेहतर आबो-हवा वाले उत्तरकाशी में पर्यटन की अपार संभावनाएं
– योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए न्याय पंचायत स्तर तक शिविर आयोजित करने के निर्देश
देहरादून/उत्तरकाशी, 06 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य को तेजी से विकास पथ पर आगे बढ़ाने और जनता की बेहतरी के लिए राज्य सरकार ने अनेक गेम चेंजर योजनाएं शुरू की हैं। साथ ही राज्य के आर्थिक संसाधनों को बढ़ाने की भी पहल हुई है। केवल खनन क्षेत्र से 1200 करोड़ का राजस्व मिलने की उम्मीद है। जबकि पहले खनन से मात्र 200 करोड़ का राजस्व मिलता था। यह संसाधन राज्य के विकास को गति देने में महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे।
उत्तरकाशी दौरे पर आए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली देने और सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। इन योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री ने जिला, ब्लॉक व न्याय पंचायत स्तर तक शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनोरम नैसर्गिक सौंदर्य और बेहतर आबो-हवा वाले सीमांत जनपद उत्तरकाशी में सड़कों का सुधार और सुविधाओं का विस्तार होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन संभावनाओं को साकार करने के लिए सभी को समन्वित प्रयास करना होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय पर समीक्षा बैठक कर विकास योजनाओं एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की प्रगति परखी और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही देवभूमि उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को प्रतिबद्धता से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनाओं का पूरा लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने एवं विभागीय सेवाओं की जनसमान्य तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उत्तरकाशी से भैरोघाटी तक होगा सड़क चौड़ीकरण, गंगोत्री धाम व सीमांत क्षेत्रों की राह होगी आसान
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तरकाशी से भैरोघाटी तक सड़क चौड़ीकरण के प्रस्तावित कार्य को लेकर सीमा सड़क संगठन से पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि गंगोत्री धाम व सीमांत क्षेत्रों को जोड़ने वाली इस सड़क के चौड़ीकरण को लेकर केंद्र सरकार के स्तर पर वार्ता कर इस काम को यथाशीघ्र प्रारंभ कराने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यमुनोत्री हाईवे के चौड़ीकरण की प्रगति की जानकारी ली और इस मार्ग पर चौड़ीकरण व भूस्खलन उपचार के प्रस्तावित कार्यों को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
सभी जरूरी जगहों पर लगाएं क्रैश बैरियर
मुख्यमंत्री ने सड़कों को गड्ढामुक्त करने की प्रगति की जानकारी ली और सड़क सुरक्षा के उपायों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दो वर्षों के दौरान सरकार ने सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए क्रैश बैरियर लगाने के लिए सर्वाधिक धनराशि दी है। परिवहन विभाग से निरीक्षण कराते हुए सड़कों पर सभी जरूरी जगहों पर क्रैश बैरियर की स्थापना सुनिश्चित की जाए।
सुप्रीम कोर्ट की रोक हटने के बाद अब न की जाए देर
मुख्यमंत्री ने जिले में गोविंद वन्य जीव विहार के अंतर्गत पड़ने वाले क्षेत्र में पीएमजीएसवाई के तहत प्रस्तावित सड़कों के लिए वन विभाग की अनुमति से संबंधित कार्यवाही शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की रोक हटने के बाद अब कत्तई देरी न की जाए।
जल जीवन मिशन के 430 योजनाओं पर कार्य पूरा, 106 योजनाएं जल्द पूर्ण करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी जल संयोजनों में पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और समस्याग्रस्त क्षेत्रों में जल स्रोतों के संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में बताया गया कि जिले में जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत 536 योजनाओं में से 430 पर कार्य पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री ने शेष 106 योजनाओं को भी समय से पूरा करने के निर्देश दिए।
सरलीकरण-समाधान-संतुष्टि के ध्येय के अनुरूप कार्य करें अधिकारी
मुख्यमंत्री ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा करने के साथ सरलीकरण-समाधान-संतुष्टि के सरकार के ध्येय के अनुरूप अधिकारियों को काम करने के निर्देश देते हुए कहा कि जनसमस्याओं के समाधान के लिए तहसील दिवसों का नियमित रूप से आयोजन किया जाए और क्षेत्र पंचायतों की बैठकों में अधिकारी अनिवार्यतः प्रतिभाग करें। बैठक में जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले में विकास योजना की प्रगति के साथ प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी दी।
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(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण