लखनऊ, 06 नवम्बर (Udaipur Kiran) । पर्यटक अब कतर्नियाघाट व निशानगाड़ा रेंज के घने जंगलों में जंगल सफारी की सुंदरता के साथ ही गेरुआ नदी में बोटिंग का आनंद ले सकेंगे। ईको पर्यटन सत्र का शुभारम्भ बुधवार को भव्य तरीके से वन मंत्री डाॅ. अरुण कुमार सक्सेना ने किया। वन मंत्री सक्सेना ने लोगों को सम्बोधित करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने व पर्यटन के क्षेत्र में सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों व उपलब्धियों को बताया।
एफडी ने नेचर प्रटेशन सेंटर में मौजूद लोगों को प्रोजेक्टर पर जंगल व पर्यटन पर बनी वीडियो शॉर्ट फिल्म दिखाते हुए लोगों के इस पर्यटन सत्र की व्यवस्थाएं और विशेषताएं बताया। उद्घाटन के बाद वन मंत्री डाॅ. अरूण सक्सेना ने विधायक व वन विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ जिनान जिप्सी से जंगल सफारी व बोटिंग कर पर्यटन सत्र की तैयारियों का जायजा लिया।
पर्यटन प्रभारी वन दरोगा मयंक पांडे ने बताया कि पर्यटक सत्र के पहले दिन से ही कतर्नियाघाट व निशानगाड़ा रेंज के घने जंगलों में जंगल सफारी कर जंगल की सुंदरता का दीदार कर सकेंगे, साथ ही गेरुआ नदी में बोटिंग का आनंद ले सकेंगे। इस अवसर पर सुधीर शर्मा प्रधान मुख्य वन संरक्षक, मनोज सिंह अपर मुख्य सचिव, संजय श्रीवास्तव प्रधान मुख्य वन संरक्षक, पीपी सिंह सीएसएफ, अदिति शर्मा सीएसएफ, विधायक सरोज सोनकर सरोज यादव आदि मौजूद रहे।
–थारू हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी रही आकर्षण का केंद्र
पर्यटन सत्र के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री वन धन योजना के अंतर्गत कतर्नियाघाट के नेचर इंटर प्रटेशन सेंटर पर जनजाति महिलाओं द्वारा वन निगम के सहयोग से थारू हस्तशिल्प उत्पाद प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी में थारू कल्चर के तहत पेड़ पौधों से बने स्वदेशी उत्पादों का स्टॉल लगाया गया जसमें दो दर्जन से अधिक उत्पादों को बिक्री के लिए लगया गया जिसमें पिटरिया, गमला, टोकरी, चप्पल, पर्स, पावदान, टोपी आदि बिक्री हेतु लगाया गया।
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(Udaipur Kiran) / बृजनंदन