लखनऊ, 06 नवम्बर (Udaipur Kiran) । राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को राजभवन में पंजाब राज्य का स्थापना दिवस समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर पंजाब राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाने वाले विभिन्न लोक नृत्य, लोक गायन की प्रस्तुतियों के साथ-साथ पंजाब की संस्कृति और विविधता पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का भी प्रदर्शन किया गया।
राज्यपाल ने स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए सभी कलाकारों की जोशीली और ऊर्जावान प्रस्तुतियों की सराहना की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि जीवन के हर पहलु में उत्साह और आनंद होता है, और हर राज्य अपने त्योहारों, स्थापना दिवस, और सांस्कृतिक परंपराओं के माध्यम से अपनी विविधता को प्रदर्शित करता है। पंजाब को ‘नदियों का प्रदेश’ बताते हुए राज्यपाल ने भाखड़ा नांगल डैम की चर्चा करते हुए राज्य को धन-धान्य का भण्डार बताया। उन्होंने प्रदेश के रंग-बिरंगे परिधान, संस्कृति, खान-पान आदि का उल्लेख किया।
राज्यपाल ने पंजाब को देशभक्ति से प्रेरित राज्य बताते हुए कहा कि पंजाब से सबसे अधिक सैनिक सेना में शामिल होते हैं और सेना में पंजाब रेजीमेंट की अहम भूमिका है। उन्होंने पंजाब के प्रसिद्ध स्थलों जैसे भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के समाधि स्थल हुसैनीवाला, जलियांवाला बाग और स्वर्ण मंदिर का उल्लेख किया।
राज्यपाल ने पंजाब की विशिष्टता और सेवा भाव की सराहना करते हुए कहा कि पंजाबियों की परंपरा है कि वे लंगर में बिना किसी भेदभाव के सभी को सेवा देते हैं। उन्होंने पंजाब की संस्कृति को उच्च मानवीय मूल्यों से प्रेरित बताया और कहा कि यहां की सेवा की परंपरा हर पीढ़ी द्वारा निभाई जाती है।
राज्यपाल ने पंजाब की प्रमुख समस्या के रूप में युवाओं में ’ड्रग्स’ के प्रभाव को रेखांकित किया और राज्य और केंद्र सरकार से युवाओं को इस संकट से बाहर निकालने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने पंजाब को ‘ड्रग्स से मुक्त’ कराने का तथा युवा धन को बचाने का आह्वान किया।
समारोह में पंजाब की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करने के लिए उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज और पंजाब से आए कलाकारों द्वारा विभिन्न लोक नृत्य जैसे गिद्दा, भांगड़ा और झूमर एवं अन्य स्थानीय नृत्य की जोशीली प्रस्तुतियाँ दी गईं। इसके अलावा पंजाब की संस्कृति, खानपान, परिधान, हस्तकला, लोक कला, महत्वपूर्ण स्थल, और महान विभूतियों पर आधारित प्रदर्शनी और रंगोली का अवलोकन भी राज्यपाल ने किया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग, प्रमुख सचिव ऊर्जा नरेंद्र भूषण, नरेंद्र बंसल, निदेशक महिला कल्याण संदीप कौर, नगर आयुक्त लखनऊ इंद्रजीत सिंह और पंजाब से आए विभिन्न अतिथिगण, राजभवन के अधिकारी एवं कार्मिक आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / दीपक