Jammu & Kashmir

सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर में मृत महिला के खाते से पैसे ठगने के आरोप में पांच डाक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया

जम्मू,, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के एक डाकघर से संचालित एक वित्तीय रैकेट का पर्दाफाश करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू के गांधी नगर हेड पोस्ट ऑफिस में कार्यरत एक दिवंगत वरिष्ठ नागरिक के बचत खातों से हजारों रुपये ठगने के आरोप में पांच डाक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

संघीय एजेंसी ने आरोपियों के रूप में नामजद किया है: सदफ गुलजार, तत्कालीन डाक सहायक; सुरिंदर सिंह, तत्कालीन डाक सहायक; करुण शर्मा, तत्कालीन डाक सहायक, जोगिंदर सिंह, तत्कालीन डाक सहायक और अमिता, डाक सहायक और अन्य अज्ञात।

सीबीआई सूत्रों ने कहा कि धोखाधड़ी के संबंध में पूछताछ के लिए आरोपियों की एक सूची तैयार की गई है, जिसकी शुरुआत पिछले साल सितंबर में रानी फोतेदार के तीन खातों – 0783869052, 0783869025 और 0783869007 – को अवैध रूप से बंद करने से हुई थी।

फोतेदार की मृत्यु 23 फरवरी, 2011 को हुई थी और उस समय उनका खाता निष्क्रिय था, जब डाक कर्मचारियों ने कथित तौर पर गबन की साजिश रची थी। सीबीआई ने धोखाधड़ी, साजिश, खातों में हेराफेरी और आपराधिक कदाचार के अपराधों पर दर्ज की गई एफआईआर में कहा है, खाता बंद करने की आय को रानी के नाम पर बचत बैंक खाता संख्या 010031859539 में धोखाधड़ी से जमा किया गया और बाद में नकद में निकाल लिया गया। एफआईआर में कहा गया है, शिकायत में प्रथम दृष्टया आरोपी डाक अधिकारियों द्वारा धारा 120-बी आईपीसी आर/डब्ल्यू 420, 477-ए आईपीसी, धारा 13 (1) (ए) आर/डब्ल्यू 13 (2) अधिनियम 1988 (2018 में संशोधित) के तहत दंडनीय अपराध किए जाने का पता चलता है। सीबीआई ने जम्मू संभाग, जम्मू के वरिष्ठ डाकघर अधीक्षक अंकुश भगत से शिकायत मिलने पर सोमवार को पांच डाक कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि गांधी नगर हेड पोस्ट ऑफिस हाल के महीनों में उनकी जांच के दायरे में आया है, क्योंकि अगस्त में इसके कर्मचारियों के खिलाफ इसी तरह का धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें इस साल मई में एक ग्राहक के पब्लिक प्रोविडेंट फंड खाते को अवैध रूप से बंद कर दिया गया था, ताकि उसके पैसे का दुरुपयोग किया जा सके। उस मामले में 23.36 लाख रुपये से अधिक की राशि शामिल थी। फोतेदार के मामले और पीपीएफ खाते के मामले में नामित डाक कर्मचारी एक ही हैं। सीबीआई ने अगस्त में आरोपियों के घरों की तलाशी भी ली थी।

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(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता

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