RAJASTHAN

पायलट का डॉ.किरोड़ी पर तंज, भाजपा शासन में गोलियां चली, लोगों को भिड़ाया, जवाब देना पड़ेगा

सभा के बाद सचिन पायलट कांग्रेस प्रत्याशी को अपने साथ गाड़ी में भी लेकर गए।

जयपुर, 4 नवंबर (Udaipur Kiran) । दौसा में विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। एआइसीसी महासचिव व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी डीडी बैरवा के समर्थन में कुंडल में सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दौसा उपचुनाव के बारे में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। यह चुनाव किसी व्यक्ति और समाज का नहीं है। बल्कि विचारधारा और पार्टियों का है। जनता ने दोनों ही दलों को बराबर मौका दिया है, काम के इतिहास के दम पर लोग तुलना करेंगे।

पायलट ने कहा कि आज भाजपा के जो नेता भाषण दे रहे हैं, उन्हें जवाब देना पड़ेगा कि उनके शासनकाल में प्रदेश में गोलियां चली थीं, समाजों में टकराव कराया, लोगों को भिड़ाया था। वो जो माहौल पैदा हुआ था, उसके लिए भाजपा जिम्मेदार है कि नहीं। उन्होंने कहा कि जो लोग इस प्रकार की चर्चा करते हैं, वो भाजपा के लोग अति आत्मविश्वास में जी रहे हैं, लेकिन मतगणना होगी, तब डीसी बैरवा भारी बहुमत से विधानसभा पहुंचेंगे। कैबिनेट मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा द्वारा उनके भाई जगमोहन की सचिन पायलट से तुलना के सवाल पर उन्होंने तंज कसा। पायलट ने कहा कि मैं किसी के बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करता, लेकिन राज्य सरकार घोषणा पत्र में किए वादों को ही पूरा नहीं कर पा रही है। दौसा जिले के जनप्रतिनिधियों को जो मान सम्मान कांग्रेस की सरकार में मिलता है, वह बीजेपी कभी नहीं दे सकती। किरोड़ी का नाम लिए बिना पायलट ने कहा कि अभी जो दिया है, वह भी आधा दिया हुआ है। मान-सम्मान देने में किसी का क्या लगता है, कोई खर्चा नहीं करना पड़ता, इसके बावजूद यदि मान सम्मान के लिए भी संघर्ष करना पड़े तो वह सरकार लोगों की भावनाओं की कदर नहीं कर सकती।

उन्होंने कहा कि राजनीति और जनप्रतिनिधि भावनाओं पर जीते हैं, क्योंकि पद और पोस्ट तो आते-जाते रहते हैं। कोई बर्खास्त कर दे, इस्तीफा दे दे या फिर भाग जाए। पदों की कोई गिनती नहीं होती, जनप्रतिनिधि को मान सम्मान देने से जनता के अंदर एक विश्वास कायम होता है और यदि मान सम्मान नहीं मिलता तो फिर पद लेने के बावजूद कोई नहीं पूछता, क्योंकि मैंने दौसा के लोगों के बीच बहुत लंबा समय देखा है। पद पर रहते हुए और बिना पद पर रहे, पक्ष-विपक्ष का भी समय मैंने देखा है। इसलिए कहना चाहता हूं कि नेता के पास पद हो नहीं हो, लेकिन जनता के दिलों पर जिसका राज होता है, वहीं नेता माना जाता है।

पायलट ने कहा कि प्रदेश की सभी सातों सीटों पर बहुत अच्छा चुनाव लड़ रहे हैं और दौसा की सीट भी बड़े मार्जिन से कांग्रेस पार्टी जीतेगी। कांग्रेस के सभी नेता एकजुट होकर काम कर रहे हैं, चाहे फिर राज्य सरकार कितनी भी ताकत और तंत्र लगा ले। संत्री-मंत्री डेरा डाले हुए हैं। लेकिन दौसा ने हमेशा कांग्रेस का साथ दिया है। मैं बड़े अदब के साथ कहना चाहता हूं कि हमारा किसी के साथ कोई झगड़ा नहीं है। यह चुनाव किसी एक जाति से दूसरी जाति का भी नहीं है, क्योंकि यह चुनाव एक विचारधारा और दो पार्टियों के बीच का है। कौन बेहतर तरीके से दौसा की सेवा कर सकता है। मैं पार्टी और जनता की तरफ से जमानत देने आया हूं कि चुनाव जीतने के बाद डीसी बैरवा सबकी सेवा करेगा और मान सम्मान देगा।

पायलट ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी का नाम दीनदयाल है, जबकि वह डीसी लिखते हैं। लेकिन डीसी का मतलब डायरेक्ट करंट होता है। कांग्रेस का विधायक बनने से किसी का पद आने जाने वाला नहीं है, बल्कि परमानेंट होने का चांस भी होता है, क्योंकि चुनाव में 100 तरीके के समीकरण होते हैं। 13 नवंबर को बहुत शादियां है, कन्यादान करने के साथ मतदान भी बहुत जरूरी है। पढ़ने को मिलता है कि दाे साल बाद परिसीमन होने वाला है, इसलिए सभी को मिलकर काम करना होगा। पायलट ने कहा जिस तरह भाजपा की सरकार काम कर रही है, उसे यह बात तय हो गई है कि चार साल बाद कांग्रेस पार्टी की सरकार फिर से बनेगी। दौसा के कुंडल में सभा के बाद पायलट कांग्रेस प्रत्याशी डीडी बैरवा को अपने साथ गाड़ी की फ्रंट सीट पर बैठाकर सैंथल पहुंचे, जहां उन्होंने समर्थकों की भीड़ के बीच ट्रेक्टर चलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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