—भव्य महारूद्र एवं शतचंडी याग की पुर्णाहुति
वाराणसी,04 नवम्बर (Udaipur Kiran) । दक्षिण भारत की विशाखा शारदा पीठम की ओर से शिवाला स्थित चेत सिंह किला परिसर में आयोजित तीन दिवसीय अध्यात्मिक समागम सनातन कुन्ज के तहत दूसरे दिन सोमवार को भव्य महारूद्र एवं शतचंडी याग की पूर्णाहुति हुई। पीठम के पीठाधिपति महास्वामी स्वरूपानन्देन्द्र सरस्वती महाराज, उनके उत्तराधिकारी स्वामी स्वात्मानन्देन्द्र सरस्वती ने काशी व रामेश्वरम के बालू से निर्मित रामेश्वरम सैकत लिंग का भस्माभिषेक एवं पूजन अर्चन किया।
इस संबंध में पीठम के महाप्रबंधक पी किशोर ने बताया कि भव्य आध्यात्मिक समागम में सायंकाल शिव पार्वती कल्याणम का आयोजन किया गया है। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं भाग ले रही हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत कन्हैया दुबे केडी के संयोजन मे अमलेश शुक्ला ने शिव तांडव सहित अनेक सुमधुर भजनों की प्रस्तुति की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत विजयवाड़ा से पधारे कलारत्न वी वी विश्वनाथ एवं एम सुधाकर ने कर्नाटक संगीत मे गायन प्रस्तुत किया। देर शाम गंगा में कार्तिक दीपोत्सव भी होगा। इस कार्यक्रम में देश के कई प्रमुख संत महंत के साथ काशी एवं दक्षिण भारत के लगभग 200 वैदिक विद्वान् भाग ले रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी