धमतरी, 3 नवंबर (Udaipur Kiran) । भाईदूज का पर्व शहर समेत ग्रामीण अंचल में पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर बहनों ने भाइयों की आरती उतारकर उनके लंबी उम्र की कामना की। वहीं भाइयों ने भी बहनाें को रक्षा का वचन दिया। पांच दिवसीय दीपावली पर्व के पांचवें दिन कार्तिक शुक्ल द्वितीया को भाईदूज का पर्व मनाया जाता है। घरों में भाईदूज का उल्लास नजर आया। शुभ मुहूर्त में भाईदूज का पर्व मनाया गया। आरती की थाल सजाकर बहनाें ने भाइयों की आरती उतारी। तिलक लगाकर व मुंह मीठा कर नारियल भेंट किया। इस पर्व का सबसे ज्यादा उत्साह छोटे बच्चाें में देखा गया। घरों के सामने दीप जलाकर रंगोली बनाई गई। घर में खीर-पूड़ी व अन्य खाद्य सामग्री बनाकर भगवान को भोग लगाया गया। पंडित राजकुमार तिवारी ने बताया कि शास्त्राें के अनुसार भाईदूज का खास महत्व है। लंका दहन के बाद जब श्रीराम माता सीता के साथ अयोध्या लौटते हैं,तो अयोध्यावासियाें ने श्रीराम को भाई मानकर उनकी पूजा की तब से यह परंपरा चली आ रही है। शहर समेत गांव में भाईदूज का पर्व उल्लास पूर्वक मनाया गया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा