डिब्रूगढ़ (असम), 03 नवंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 78वें स्थापना दिवस और डिब्रू कॉलेज के 62वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए छात्र समुदाय काे संबाेधित किया। सोनोवाल ने देश के शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्याें पर प्रकाश डाला, जिसने भारत को ‘विश्व गुरु’ बनने की राह पर अग्रसर किया है।
असम मेडिकल कॉलेज के युवा छात्रों से केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा, “समाज में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में किसी भी डॉक्टर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यह बहुत गर्व की बात है कि असम मेडिकल कॉलेज की समृद्ध विरासत आप सभी के सुरक्षित हाथों में है, ताकि इस सोच को आगे बढ़ाया जा सके और लोगों के जीवन को शारीरिक और मानसिक रूप से समृद्ध बनाया जा सके। कोविड के खतरे को कम करने के लिए डॉक्टर समुदाय के साथ-साथ हमारे वैज्ञानिकों की कुशलता बहुत जरूरी साबित हुई। जहां टीकाकरण ने लोगों को स्वस्थ किया, वहीं डॉक्टर समुदाय की निःस्वार्थ सेवा ने समुदाय को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
केंद्रीय मंत्री ने कहा आज, जब नैदानिक उत्कृष्टता की बात आती है, तो भारत के डॉक्टरों की प्रतिभा शीर्ष पायदान पर है। चिकित्सा पर्यटन का तेजी से विकास इसका प्रमाण है। जबकि, हम समकालीन चिकित्सा पद्धति में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं, हमारी सदियों पुरानी पारंपरिक औषधीय प्रणालियों ने स्वास्थ्य और मन को स्वस्थ बनाने में कारगर सिद्ध किया है। दुनिया को भारत का सबसे बड़ा सॉफ्ट पावर निर्यात योग है, जो पूरी मानवता के स्वास्थ्य और मन को स्वस्थ बना रहा है। आज, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में, हम एक समग्र उपचार प्रदान करने और पूर्ण कल्याण प्रदान करने के लिए पारंपरिक चिकित्सा के सर्वश्रेष्ठ को आधुनिक चिकित्सा के साथ एकीकृत कर रहे हैं। विश्व स्तर के डॉक्टर और शोधकर्ता बनने के लिए हमारी प्रतिभा को समर्थन देने के लिए असम मेडिकल कॉलेज की विरासत को निखारा जाना चाहिए। बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए असम सरकार की 300 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता के अलावा, डिब्रूगढ़ लोकसभा के सांसद के रूप में, मैं निश्चित रूप से इस क्षेत्र में देखभाल और उपचार के अग्रणी केंद्र के रूप में एएमसी की क्षमता को बढ़ाने के लिए इसमें कुछ और जोड़ूंगा। एएमसी डिब्रूगढ़ का गौरव है, असम का गौरव है और पूर्वोत्तर का गौरव है। आप पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे और मानवता को ठीक करते रहेंगे।”
एएमसी में आयोजित कार्यक्रम में असम सरकार के मंत्री बिमल बोरा, राज्यसभा सांसद रामेश्वर तेली, सदिया के विधायक बोलिन चेतिया, डिब्रूगढ़ नगर निगम (डीएमसी) के मेयर डॉ. सैकत पात्रा, एएमसी के प्रिंसिपल प्रोफेसर संजीव काकती, एएमसी की वाइस प्रिंसिपल डॉ. रीमा नाथ के साथ-साथ मोरान ऑटोनोमस काउंसिल के सीईएम अरुण ज्योति, असम गैस कंपनी लिमिटेड की उपाध्यक्ष इंद्रा गोगोई, भाजपा डिब्रूगढ़ के जिला अध्यक्ष उज्ज्वल कश्यप और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने आज यहां डिब्रू कॉलेज के 62वें स्थापना दिवस समारोह में भी भाग लिया। इसकी स्थापना जनता के सहयोग से की गई थी और अंततः यह क्षेत्र का अग्रणी कॉलेज बन गया, जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) से सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हुआ। सोनोवाल ने आज यहां कॉलेज के संस्थापक प्रिंसिपल भरत नारायण जमवार और उप-प्राचार्य नंद लाल बोरगोहाईं को पुष्पांजलि भी अर्पित की।
कार्यक्रम में सोनोवाल ने कहा, “21वीं सदी प्रतिस्पर्धा की सदी है और हमें सम्मान के साथ सफलता प्राप्त करने के लिए इसमें भाग लेना चाहिए। डिब्रू कॉलेज आपको उस चुनौती के लिए तैयार करने के लिए है। पूरे पूर्वोत्तर से छात्र यहां पढ़ रहे हैं और यह राष्ट्र निर्माण के लिए योगदान देने वाले मानव संसाधनों को प्रशिक्षित और निखार रहा है। आप सभी को इसके लिए आभारी होना चाहिए। आज छात्रों से मेरी अपील है कि वे खुद को विकसित करने पर ध्यान दें। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है – आपको अपने चरित्र और अनुशासन पर कड़ी मेहनत करनी चाहिए। हमारे गतिशील प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के लिए अथक परिश्रम करते हैं, न केवल एक नेता के रूप में बल्कि देश की सेवा में पूरी तरह से डूबे हुए व्यक्ति के रूप में। आपको उनके जीवन में एक आदर्श मिल सकता है।”
इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और राज्यसभा सांसद रामेश्वर तेली; डॉ. डिब्रूगढ़ के मेयर सैकत पात्रा; प्रोफेसर जितेन हजारिका, कुलपति, डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय; प्रदीप कुमार बरुवा; डिब्रू कॉलेज की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष; अदिति बरुवा, प्रिंसिपल, डिब्रू कॉलेज के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय