रोहतक, 3 नवंबर (Udaipur Kiran) ।भाई बहन के श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक भैय्या दूज का पर्व बड़ी धूमधाम व हर्षोउल्लास से मनाया। बहनों ने अपने भाईयों को तिलक लगाया और सुख स्मृद्धि, आपसी प्रेम, दीर्घायु और हर कष्टों से मुक्ति मिलने की कामना की। संकट मोचन मंदिर की गद्दनशीन साध्वी मानेश्वरी देवी ने बताया कि भाई दूज का पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूती प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना जी से मिलने आए थे और तभी से यह पर्व भाई दूज के रूप में मनाया जाने लगा। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में तिलक करने से भाइयों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है और उनकी दीघार्यु होती है। भैय्या दूज पर्व को लेकर बहनों में काफी उत्साह दिखाई दिया, वहीं भाईयों ने भी अपनी बहनों को उपहार भेट कर उनकी सुरक्षा का वचन दिया।
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(Udaipur Kiran) / अनिल