झज्जर, 2 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिला मुख्यालय झज्जर से करीब 26 किलोमीटर दूर गांव भूरावास में अपने खेत में काम कर रहे किसान की करंट लगने से मौत हो गई। हादसे के लिए बिजली निगम को जिम्मेदार ठहराया गया है जा रहा है। भूरावास गांव का युवा किसान संदीप शनिवार की सुबह धान की फसल की कटाई के लिए अपने खेत में गया था। उसके खेत में बिजली की हाई टेंशन लाइन की तार टूटी हुई पड़ी थी।
अपनी फसल की कटाई के लिए वह तार को हटाने लगा तो उसे भीषण करंट लगा। खेत में काम कर रहे परिजनों और अन्य लोगों की नजर पड़ी तो बचाव कार्य शुरू किया और करंट से झुलसे संदीप को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने जाँच करके मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि तार को हाथ लगाने से पहले संदीप ने लाइनमैन को सूचित करके तार को हटाने का निवेदन किया था, लेकिन लाइनमैन ने संदीप को कहा कि इस तार में करंट नहीं है और वह फसल की कटाई के लिए तार हटा ले। जबकि तार में बिजली की आपूर्ति हो रही थी और जब संदीप तार को हटाने लगा तो उसकी जान चली गई।
किसान संदीप की पत्नी ने पुलिस को शिकायत देकर बिजली निगम के लाइनमैन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और न्याय दिलाने की मांग की है। शिकायत में महिला ने कहा है कि उसका पति लाइनमैन की बात मानकर अपने खेत से तार को हटने लगा तो हादसा हो गया। महिला ने केवल लाइनमैन के खिलाफ ही नहीं बल्कि बिजली निगम के कनिष्ठ अभियंता, उपमंडल अभियंता और कार्यकारी अभियंता पर भी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही अपने पति की मृत्यु पर पर्याप्त मुआवजा भी मांगा है। महिला ने कहा है कि उसके पति ने बिजली निगम के अधिकारियों को कई बार शिकायत करके अपने खेतों से हाईटेंशन लाइन हटाने की गुहार लगाई थी लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई और जान चली गई। हाईटेंशन लाइन के लटकते तारों को समय पर ठीक कर दिया जाता अथवा लाइन को हटा दिया जाता तो हादसा नहीं होता।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज