Madhya Pradesh

मप्रः इंदौर की घटना पर मुख्यमंत्री बोले -सुशासन की व्यवस्था में पटाखे जलाने से रोकना अनुचित

दो पक्षों के बीच पथराव

– उपद्रवी तत्वों से सख्ती से निपटेंगे

भोपाल, 1 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि दीपावली के अवसर पर इंदौर से जानकारी आयी कि वहां एक स्थान पर कुछ बच्चों एवं अन्य लोगों को पटाखे जलाने से रोका गया, जो अनुचित है। कोई भी व्यक्ति कानून अपने हाथ में लेने का प्रयास नहीं कर सकता। यदि कोई अपने हाथ में कानून लेता है तो वो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज है।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार देर शाम अपने बयान में कहा कि प्रदेश में सभी धर्मों का पूर्ण सम्मान है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार सभी राज्यों में सुशासन के लिए जानी जाती है। शासन की व्यवस्था प्रभावी होने पर कोई व्यक्ति कानून हाथ में नहीं ले सकता। किसी को पटाखे जलाने से नहीं रोका जा सकता। ऐसे उपद्रवी तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में इंदौर में उन लोगों को उसी स्थान पर पटाखे जलाने का अवसर दिया गया, जिन्हें पटाखे जलाने से रोका गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने दायरे में रहकर सभी धर्मों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।

दरअसल, इंदौर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर दो जगह साम्प्रदायिक विवाद हो गया। दोनों तरफ से एक दूसरे पर पथराव किया गया। घरों के बाहर खड़ी कार, बाइक, स्कूटर और आटो रिक्शा फोड़ डाली। एक आटो रिक्शा को आग के हवाले कर दिया गया। विरोध में हिंदू संगठन और भाजपा नेता मैदान में उतरे और छत्रीपुरा थाने का घेराव कर खुब नारेबाजी की। हमले में दोनों पक्षों के 15 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

पहला मामलाः छत्रीपुरा में शुक्रवार दोपहर दो पक्षों में पटाखे जलाने को लेकर विवाद हो गया है। यह विवाद देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच पथराव हो गया। स्थिति को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस बल को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि विवाद बच्चों के पटाखे जलाने के कारण हुआ था। पुलिस ने बताया कि पथराव के कारण चार लोग मामूली तौर पर घायल हो गए, जिन्हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी जोन 4 ऋषिकेश मीणा ने भारी पुलिस बल के साथ क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला और स्थिति का जायजा लिया।

डीसीपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि इंदौर शहर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर दो पक्षों में विवाद के बाद पथराव हो गया। एक पक्ष ने रोड पर खड़ी गाड़ियां पलटा दीं। कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ कर कांच फोड़ दिए। यह विवाद बच्चों के पटाखा फोड़ने को लेकर हुआ। इसके बाद भीड़ बढ़ती चली गई। घटना थाने से सिर्फ 100 मीटर दूर की है। विवाद को बढ़ते देख एडीशनल डीसीपी और दूसरे थानों से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और स्थिति संभाली। मौके पर मल्हारगंज, पंढरीनाथ, सराफा थाने का बल बुलाया गया है।

घटना के बाद स्थानीय हिंदू संगठनों ने छतरीपुरा थाने का घेराव किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उनका आरोप है कि हिंदू त्योहारों के दौरान इस तरह की घटनाओं के जरिए सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे क्षेत्रीय विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ ने आरोप लगाया कि इस तरह की घटनाओं में ‘जिहादी मानसिकता’ के लोग शामिल हैं, जो त्योहारों के माहौल को बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं।

डीसीपी मीणा ने बताया कि शुरुआती जांच में यह विवाद छोटे स्तर पर शुरू हुआ था, लेकिन जल्द ही कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठाकर पथराव और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। पुलिस ने मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए इलाके में शांति बहाल की और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। डीसीपी ने कहा कि शहर की शांति को भंग करने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उचित जांच के बाद उन पर कड़े कदम उठाए जाएंगे।

दूसरा मामलाः रविदासपुरा (टाटपट्टी बाखल) से दोपहर करीब ढाई बजे 12 वर्षीय बच्ची घर के बाहर फटाखे फोड़ रही थी। इसी दौरान आरोपित सलमान ने बच्ची के थप्पड़ मारा और अपशब्दों बोलकर भगाने लगा। उसका भाई शानू, अयान और महिलाएं भी गालियां देने लगी। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर एक किशोरी बाहर आई तो सलमान ने उसकी कुर्ती पकड़ी और खींच कर अंदर ले जाने लगा। उसने बच्चियों से छेड़छाड़ की और दुष्कर्म की धमकी। कालोनी में रहने वाले वाले सुमित द्वारा विरोध करने पर आरोपितों ने हमला कर दिया। मिनटों में दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने हो गए और खुद पथराव हुआ। मुस्लिम युवकों ने घरों पर ईंट और पत्थर फैंकना शुरु कर दिए।हमले में सुमित,तरुण अहिरवाल,धर्मेंद्र बड़के,जितेंद्र अहिरवाल,सचिन,कृष्णा,गोलू और मोनू सहित करीब 15 लोग घायल हो गए।

गुस्साई भीड़ ने टाटपट्टी बाखल,कागदीपुरा और छत्रीपुरा में वाहनों जिसमें कार, बाइक, स्कूटर, ऑटो में तोड़फोड़ कर दी। कईं गाड़ियों को पलटा दिया और एक आटो रिक्शा में आग लगा दी। घटना से नाराज हिंदू संगठन के सैंकड़ों लोग भी पहुंच गए। आरोपितों पर सख्त कार्रवाई और मकान तोड़ने की मांग कर थाने के बाहर नारेबाजी करना शुरु कर दी। स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अमितसिंह (कानून), मनोज श्रीवास्तव(मुख्यालय) डीसीपी(अपराध) राजेश त्रिपाठी और डीसीपी (जोन-1) ऋषिकेश मीना बल लेकर पहुंचे। करीब छह बजे तक तनाव की स्थिति बनी रही। शाम को पुलिस ने दो अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए है। 15 वर्षीय किशोरी की शिकायत पर मारपीट, छेड़छाड़ और पाक्सो एक्ट की धाराएं लगाई गई है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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