–रोडवेज कर्मियों को सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग दे रही योगी सरकार
–प्रयागराज रोडवेज परिक्षेत्र में 2074 चालक और परिचालकों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
–हर डिपो से चयनित 10 मेंटर रोडवेज कर्मियों को कर रहे प्रेरित
प्रयागराज, 31 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के कुम्भनगरी पहुंचने का अनुमान है। प्रदेश की योगी सरकार इस आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवागमन को सुगम बनाने लिए दिन रात तैयारियों में लगी है। यूपी रोडवेज महाकुम्भ में पहुंच रहे आगंतुकों के लिए बसों की संख्या में पर्याप्त बढ़ोत्तरी के साथ अपने कर्मियों को भी यात्रियों के साथ बर्ताव को लेकर विशेष प्रशिक्षण दे रहा है।
कुम्भ मित्र की भूमिका में होंगे रोडवेज के चालक परिचालक
महाकुम्भ में सबसे अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के सड़क मार्ग से कुम्भ नगरी पहुंचने का अनुमान है। इसमें परिवहन निगम की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। ज्यादातर श्रद्धालुओं के सड़क परिवहन के माध्यम से प्रयागराज पहुचने का अनुमान है। यूपी रोडवेज इसके लिए अपनी तैयारियों में लगा हुआ है। महाकुम्भ के लिए आवागमन के संसाधनों में बढ़ोत्तरी के साथ मानव संसाधन के बिहेवियर पर भी फोकस रहेगा।
रोडवेज प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी का कहना है कि महाकुम्भ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज के परिचालक और चालक रोडवेज कर्मी से अधिक सखा भाव से पेश आयेंगे। इसके लिए चालकों और परिचालकों की काउंसलिंग की जा रही है। प्रतिदिन सुबह शहर के सिविल लाइंस बस स्टैंड में इसके लिए चालकों-परिचालकों की पाठशाला चलाई जा रही है। उन्हें बताया जा रहा है कि रोडवेज बसों में भीड़ के समय किस तरह श्रद्धालुओं से पूरी विनम्रता और मित्र भाव से पेश आना है।
हर डिपो से चयनित 10 मेंटर दे रहे ट्रेनिंग
महाकुम्भ के समय श्रद्धालुओं को कुम्भ नगरी पहुंचाने वाले रोडवेज के चालक और परिचालक अपनी परम्परागत भूमिका के साथ नए कुम्भ मित्र के रूप में नजर आएंगे। परिक्षेत्र में 1100 परिचालक और 974 चालक हैं। इन 2074 रोडवेज कर्मियों को स्किल और बिहेवियर की ट्रेनिंग दी जा रही है। यूपी रोडवेज के प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक के मुताबिक इसके लिए एक ट्रेनिंग मॉड्यूल विकसित किया गया है। इसके अंतर्गत 8 डिपो में से हर डिपो से दस-दस रोडवेज कर्मियों का चयन किया गया है जो परिचालकों और चालकों को प्रेरित कर रहे हैं, ट्रेनिंग दे रहे हैं।
मेंटर के चयन में इस बात का ख्याल रखा गया है कि इसमें उन्हीं लोगों का चयन हो, जो आस्था भाव और समर्पण से इस कार्य को करने में योगदान दे सकते हैं। इसके अलावा जिनका सर्विस में अब तक रिकॉर्ड भी अच्छा रहा है और जो टीम वर्क के साथ कार्य करने में अग्रणी रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र