HimachalPradesh

मेले एवं त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक : जगत सिंह नेगी

रिकांग पिओ, 30 अक्तूबर (Udaipur Kiran) । किन्नौर जिला के रिकांग पिओ स्थित मिनी स्टेडियम में चार दिवसीय राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव का शुभारंभ आज राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन-शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मेले और त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति का परिचायक हैं और आपसी सद्भाव और भाईचारे को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

जगत सिंह नेगी ने किन्नौर जिले की समृद्ध संस्कृति, वेश-भूषा, खान-पान और यहां के लोगों के जीवन की कठिनाईयों का जिक्र करते हुए कहा कि किन्नौर के लोग अपनी सरलता, विनम्रता और आदर भाव के कारण अनोखे हैं। उन्होंने कहा कि बदलते समय के बावजूद किन्नौर के लोग अपनी मूल संस्कृति और रीति-रिवाजों से जुड़े हुए हैं और अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को बनाए हुए हैं।

जनजातीय विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण के लिए विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बागवानी को प्रोत्साहित करने के लिए भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने किसानों और बागवानों से नई तकनीक सीखने और उसे खेती में अपनाने का आह्वान किया ताकि उनकी आय दोगुनी हो सके। उन्होंने बताया कि बागवानी विभाग नियमित रूप से प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर किसानों को नवीनतम तकनीक और उपकरणों के बारे में जानकारी प्रदान कर रहा है।

नेगी ने वन अधिकार अधिनियम-2006 के तहत उपेक्षित वर्गों को भूमि का मालिकाना हक देने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। इसके अतिरिक्त, सूचना का अधिकार अधिनियम-2005, मनरेगा अधिनियम-2005 और नौ-तोड़ अधिनियम-1968 जैसी नीतियां भी वंचित वर्गों के सशक्तिकरण के लिए कांग्रेस सरकार की देन हैं।

मुख्य अतिथि ने विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और महोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ भी किया। महोत्सव के प्रथम दिन जिला स्तरीय शहनाई वादन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य इस कला को बढ़ावा देना और विलुप्त होने से बचाना है।

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(Udaipur Kiran) शुक्ला

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