गुवाहाटी, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । ऊपरी असम के विभिन्न जिलों में असम पुलिस एवं सेना की खुफिया इकाई के संयुक्त अभियान में प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आफ असम (उल्फा-स्वा) के पांच ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) एवं लिंकमैनों को गिरफ्तार किया गया है।
सेना सूत्रों ने बुधवार को बताया है कि असम पुलिस के आईजीपी (एनईआर) और सैन्य खुफिया (कोलकाता) के नेतृत्व में ऊपरी असम में उल्फा (स्वा) ओजीडब्ल्यू के खिलाफ असम पुलिस और सैन्य खुफिया ने संयुक्त अभियान 25 अक्टूबर से चलाया गया था। इसी कड़ी में गत 26 से 30 अक्टूबर तक ऊपरी असम के चराईदेव, शिवसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों के सामान्य क्षेत्र में असम पुलिस, सैन्य खुफिया और सुरक्षा बलों को शामिल करते हुए संयुक्त अभियान की एक श्रृंखला शुरू की गई थी। इसके परिणामस्वरूप पांच ओजीडब्ल्यू, लिंकमैन को गिरफ्तार किया गया। जिनमें जागुन के सोनू सोनार, तिनसुकिया के बाबुल दिहिंगिया, शिवसागर जिले के अशोक अली, नगालैंड के मोन जिले के टोंगलोंग कोन्याक, शिवसागर जिले के अजीत चांगमाई, शिवसागर के बॉइलेन बरुआ और तिनसुकिया जिले के जागुन के किरण शर्मा शामिल हैं। गिरफ्तार पांचों उल्फा (स्वा) के कमांडर स्वयंभू मेजर जनरल अरुणोदय दाहोतिया और स्वयंभू ब्रिगेडियर गणेश लाहोन से जुड़े प्रमुख लिंकमैन हैं। अब तक कुल 10 ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जानकारी के अनुसार संयुक्त अभियान अभी भी जारी है, क्योंकि सुरक्षाबलों का लक्ष्य क्षेत्र में उल्फा (स्वा) से जुड़े शेष पूरे नेटवर्क को खत्म करना है। माना जा रहा है कि अधिकारी गणतंत्र दिवस 2025 के दौरान आईईडी हमलों के उग्रवादी खतरों से निपटने और असम में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए लगातार अभियान जारी रखे हैं।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय