सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में बीएचईएल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
हरिद्वार, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी तथा सत्यनिष्ठा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, बीएचईएल हरिद्वार में सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इस वर्ष के सतर्कता जागरुकता सप्ताह की विषयवस्तु है सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि। इस उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की शृंखला में, भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से, एक साइकिल रैली ‘साइक्लोथॉन’ का आयोजन किया गया। बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक टीएस मुरली ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए टीएस मुरली ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह के आयोजन हेतु अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को पूरी तरह से तभी खत्म किया जा सकता है, जब इसमें सबकी भागीदारी हो। मुख्य प्रशासनिक भवन (हीप) परिसर से प्रारम्भ होकर यह रैली, उपनगरी के विभिन्न मार्गों से होती हुई वापस मुख्य प्रशासनिक भवन पर आकर समाप्त हुई। इस रैली में लगभग 25 साइकिल चालकों ने भाग लेकर, सतर्कता जागरूकता के जन अभियान में अपना योगदान दिया।
इससे पहले आयोजित एक कार्यक्रम में टीएस मुरली ने बीएचईएल कर्मियों को सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा दिलायी। उन्होंने कहा कि सत्यनिष्ठा को अपनी कार्य संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बनाकर ही हम अपने संस्थान, समाज तथा राष्ट्र की उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी अपने-अपने विभागाध्यक्षों के माध्यम से कार्यस्थल पर प्रतिज्ञा ली। कर्मचारियों की अभिप्रेरणा के लिए कार्यक्रम में राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा मुख्य सतर्कता आयुक्त के संदेश भी पढ़े गये।
कार्यक्रमों की इसी शृंखला में साइबर सुरक्षा विषय पर एक व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। टीएस मुरली तथा बीएचईएल लेडीज क्लब की संरक्षिका टी. सौम्या ने दीप प्रज्वलन कर सतर्कता विभाग तथा डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन ग्रुप के सहयोग से आयोजित इस व्याख्यान का शुभारम्भ किया। अपने सम्बोधन में श्री मुरली ने कहा कि कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी, साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित क्षेत्राधिकारी हरिद्वार सदर जितेंद्र कुमार मेहरा (आईपीएस) ने साइबर अपराधों के विभिन्न रूपों तथा उनसे बचाव हेतु उपयोगी जानकारी दी।
इन अवसरों पर महाप्रबंधक, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी व उनके परिजन तथा यूनियन एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला