फतेहपुर, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले में बुधवार को महिला उपभोक्ता के खाते से 1.78 लाख रुपए निकाल कर गबन करने के मामले में ब्रांच मैनेजर सहित चार बैंक कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि खाते से रुपए गायब होने की जानकारी लेने बैंक पहुंची महिला को ब्रांच मैनेजर ने डरा धमका कर भगा दिया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने ब्रांच मैनेजर सहित चार बैंककर्मियों के खिलाफ गबन, धोखाधड़ी आदि की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
थरियांव थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर कला गांव निवासी चांदबाबू की पत्नी सकीना बानो ने बताया कि फतेहपुर शहर स्थित सिविल लाइन के भारतीय स्टेट बैंक की मेन ब्रांच से लिंक एक शाखा डीएयू रूरल बैंक के नाम से अम्बापुर में है। इस बैंक की संचालिका उमा श्रीवास्तव पत्नी विजय कुमार हैं। बैंक में बतौर ब्रांच मैनेजर आकाश श्रीवास्तव निवासी मुराइन टोला थाना सदर कोतवाली व कैशियर के पद पर सूपा गांव के गौहर तैनात है।
इस ब्रांच में सकीना बानो ने अपना खाता खुलवाया था। नोटबंदी के बाद महिला ने 18 नवम्बर 2016 से 29 नवम्बर 2016 के बीच 4 बार में 49-49 हज़ार रुपये अपने खाते में कैश जमा किया था। जिसकी कैशियर ने रिसीविंग भी दी थी। खाते में कुल 1.96 लाख रुपये क्रेडिट थे। इसके बाद महिला ने बैंक अकाउंट से तीन बार में 18 हज़ार रुपए निकाले थे। बाकी रकम खाते में ही जमा थी। बाद में जब महिला को पैसों की जरूरत पड़ी तो कई बार बैंक के चक्कर लगाए लेकिन बैंक बंद मिला। इस पर पीड़ित महिला पति को साथ लेकर उपरोक्त लोगों के घर पहुंची तो सभी बैंक कर्मी फरार हो चुके थे।
पीड़ित महिला शहर के सिविल लाइन स्थित एसबीआई की मेन ब्रांच पहुंचकर अपने खाते में बैलेंस की जानकारी ली तो पता चला कि खाते में जीरो बैलेंस है। यह सुनते ही महिला के होश उड़ गए और पीड़िता एसबीआई के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर के पास पहुंचकर घटना की शिकायत की। आरोप है कि मामले में कार्रवाई करने के बजाय ब्रांच मैनेजर ने महिला को डरा धमका कर भगा दिया। पीड़िता ने इसकी शिकायत स्थानीय थाना पुलिस में की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो महिला ने कोर्ट की शरण ली।
थानाध्यक्ष ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन ब्रांच मैनेजर, बैंक संचालिका व कैशियर समेत 4 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, गबन आदि मामलों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र कुमार