Haryana

हिसार : बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर पटाखा मुक्त दीपावली मनाएं, हवन-यज्ञ करें : लाल बहादुर खोवाल

हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल

प्रदूषण रहित दीपावली के लिए पटाखे न जलाएं, दीये जलाकर पर्यावरण संरक्षण का दें संदेश

हिसार, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने प्रदूषण रहित दीपावली के लिए पटाखे न जलाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि पटाखों का मोह छोडक़र दीये जलाएं और हवन-यज्ञ करके पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।

लाल बहादुर खोवाल ने बुधवार को कहा कि हर वर्ष दीपावली पर करोड़ों रुपये के पटाखे फूंक दिए जाते हैं। इससे वायु व ध्वनि प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और सांस के मरीजों, बुजुर्गों व अन्य नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि सारी रात पटाखों की तेज आवाज के कारण बुजुर्ग व मरीज ठीक से सो नहीं पाते और उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और भी बढ़ जाती है। खोवाल ने कहा कि पूरे वातावरण में जहरीला धुआं फैल जाता है जिससे सांस लेने में भी तकलीफ होती है।

एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने बताया कि पटाखों के संदर्भ में न्यायालय ने भी गाइडलाइन जारी की हुई हैं लेकिन उनका सही ढंग से पालन नहीं किया जाता है। यदि उन गाइडलाइन के अनुसार काम किया जाए तो दीपावली पर बढऩे वाले प्रदूषण को काफी हद तक रोका जा सकता है। यह भी सच है कि ग्रीन पटाखों के नाम पर हर तरह के पटाखे दीपावली पर फोड़े जाते हैं। अति उत्साह व उन्माद में लोग भूल जाते हैं कि पटाखों का दुष्प्रभाव उन पर और उनके परिवार पर भी पड़ेगा और इसका खामियाजा हर नागरिक को भुगतना पड़ेगा।

एडवोकेट खोवाल ने कहा कि दीपावली के बाद देश की राजधानी दिल्ली की हालत इतनी खराब हो जाती है कि वहां प्रदूषण से बचाव के लिए विशेष उपाय करने पड़ते हैं। इसका प्रभाव दिल्ली से सटे हरियाणा के विभिन्न जिलों पर भी पड़ता है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है। इसके साथ ही सडक़ें व गलियां जले हुए पटाखों के कूड़े से भर जाती हैं, जिसका निस्तारण करना अपने आप में चुनौती भरा काम होता है। इसलिए इन सभी समस्याओं का सबसे सरल निदान यही है कि पटाखा मुक्त दीपावली मनाकर इस त्योहार को नए आयाम दिए जाएं।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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