कोलकाता, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में आगामी 13 नवंबर को होने वाले छह विधानसभा सीटों के उपचुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें शाह पर उत्तर 24 परगना जिले के एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होकर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
राज्य के उत्तर 24 परगना जिले की हाड़ोआ और नैहाटी सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। तृणमूल का आरोप है कि इन दोनों सीटों पर आचार संहिता लागू होने के बावजूद शाह ने रविवार को पेट्रापोल सीमा पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट, यात्री टर्मिनल और मैत्री द्वार का उद्घाटन कर चुनावी नियमों का उल्लंघन किया।
तृणमूल के अनुसार, 15 अक्टूबर को उपचुनाव की घोषणा के बाद इन छह सीटों पर आचार संहिता लागू हो गई थी, जिसके तहत किसी मंत्री को सरकारी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं है। इस दौरान किसी सरकारी ढांचे का उद्घाटन या प्रशासनिक अधिकारियों का चुनावी कार्य में उपयोग भी प्रतिबंधित है।
तृणमूल ने दावा किया है कि शाह ने इस सरकारी कार्यक्रम में राजनीतिक टिप्पणी भी की, जो कि आचार संहिता का उल्लंघन है।
तृणमूल कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष, सुब्रत बक्शी ने चुनाव आयोग से अपील की है कि अमित शाह को आचार संहिता के उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा जाए और इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि भाजपा के किसी भी नेता द्वारा ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
रविवार को पेट्रापोल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, शाह ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों में देशभर में कई विकास कार्य किए हैं। बंगाल के लोगों में कुछ असंतोष है, लेकिन 2026 के चुनाव के बाद भाजपा सरकार इस असंतोष को दूर करेगी। मोदी सरकार का लक्ष्य केवल विकास है। अवैध घुसपैठ को खत्म करना भी हमारी प्राथमिकता है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर