Haryana

पंजीकरण के बावजूद तीन लाख किसानों से नहीं खरीदा गया धान: सुरजेवाला

रणदीप सुरजेवाला चंडीगढ़ में पत्रकाराें से बातचीत करते हुए

कांग्रेस का आराेप- किसान आंदोलन का खामियाजा भुगत रहे हरियाणा के किसान

मुख्यमंत्री के 3100 रुपये के ऐलान के बाद भी इस कीमत पर नहीं हाे रही धान खरीद

चंडीगढ़, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं सांसद रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर किसानों के साथ षड़यंत्र रचकर एमएसपी को समाप्त करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि हरियाणा में पंजीकरण के बावजूद तीन लाख किसानों की धान की खरीद नहीं की गई।

कांग्रेस नेता सुरजेवाला मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद भाजपा अब धान की खरीद न करके किसानों के साथ किसान आंदोलन का बदला ले रही है। सुरजेवाला ने दस्तावेज जारी करते हुए बताया कि हरियाणा में धान के सीजन में एमएसपी पर खरीद के लिए कुल चार लाख 19 हजार 532 किसानों ने पंजीकरण करवाया। प्रदेश में 29 अक्टूबर तक एमएसपी पर एक लाख 33 हजार 114 किसानों की धान खरीदी गई। प्रदेश में दो लाख 86 हजार 418 किसानों की फसल एमएसपी पर नहीं खरीदी गई।

उन्हाेंने बताया कि हरियाणा में पिछले साल धान की 58 लाख 92 हजार 721 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई। इस बार 29 अक्टूबर तक महज 37 लाख 23 हजार 352 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। इस साल पिछले साल के मुकाबले 21 लाख 69 हजार 369 मीट्रिक टन धान की कम खरीद हुई है। उन्हाेंने बताया कि हरियाणा में धान खरीद 15 नवंबर को बंद हो जाएगी। 1 नवंबर तक त्यौहार का सीजऩ है। 14 दिन में 22 लाख मीट्रिक टन धान खरीदना असंभव है। त्याेहारी सीजन के चलते अब स्पष्ट है कि हरियाणा में एमएसपी पर खरीद नहीं होगी।

रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी की एक वीडियो भी जारी किया। इस वीडियाे में सैनी चुनाव के दौरान आठ अक्टूबर के बाद 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का ऐलान करते दिखे थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि आज हरियाणा की स्थिति यह है कि मंडियों में किसानों के धान की खरीद ऐलान किए गए दाम पर कहीं पर भी खरीद नहीं हो रही है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश की मंडियों में औसतन 2100 रुपये क्विंटल की दर से खरीद हो रही है। सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार को इस मुद्दे पर बहस की चुनौती देते हुए कहा कि सरकार किसानों के साथ किसान आंदोलन का बदला लेने की बजाए घोषणा के अनुसार 3100 रुपये की दर से धान की कीमतों का भुगतान करे।

सुरजेवाला ने पंजाब के संबंध में रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि पंजाब में पिछले साल 1,11,03,434 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई जबकि इस साल 29 अक्टूबर तक 49 लाख 84 हजार 353 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई। इस साल पंजाब में 29 अक्टूबर तक 61 लाख 19 हजार 081 मीट्रिक टन धान की कम खरीद हुई है। साल 2023-24 पंजाब में एमएसपी खरीद के लिए सात लाख 97 हजार 659 किसानों ने पंजीकरण करवाया। इस साल तीन लाख 21 हजार 851 किसानों ने पंजीकरण करवाया। एक साल में ही चार लाख से अधिक किसान कम हो गए। पंजाब में एक साल में ही चार लाख 75 हजार 808 किसानों की संख्या कम होना किसी बड़े षड़य़ंत्र से कम नहीं है।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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